Lucknow Desk : भोजपुरी गायक और एक्टर रितेश पाण्डेय जन सुराज में शामिल हो गए है। उनके साथ, हिमाचल कैडर के आईपीएस अधिकारी जेपी सिंह ने भी जन सुराज का दामन थामा लिया हैं। रितेश पाण्डेय वहीं भोजपुरी एक्टर हैं। जिन्हें लेकर यहीं चर्चा चलती थी कि वो बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं। बीजेपी... तो नहीं लेकिन वो अब वो जन सुराज में शामिल हो गए हैं। बताते चले कि रितेश पाण्डेय भोजपुरी सिंगर के साथ - साथ एक्टर भी हैं। पार्टी में जुड़ने का बाद रितेश पाण्डेय ने कहा कि वो प्रशांत कुमार के विचारों से प्रभावित होकर पार्टी से जुड़ गए हैं। रितेश के साथ हिमाचल कैडर के आईपीएस अधिकारी जेपी सिंह भी जन सुराज में शामिल हो गए हैं। जय प्रकाश साल 2022 बेंच के आईपीएस अधिकारी हैं। पार्टी ज्वाइन करने से पहले उन्होने हिमाचल प्रदेश में adg पद से इस्तीफ दिया था। उनका रिटायरमेंट 31 जुलाई 2027 में होना था। लेकिन उन्होने उससे पहले ही वीआरएस ले लिया। प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज में इन दो चर्चित चेहरों के आने से हलचल है। बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच एनडीए और महागठबंधन जोर-शोर से लगी हैं। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की पार्टी, जन सुराज भी ताल ठोक रही है। दो मशहूर लोग पार्टी में शामिल हुए हैं। जेपी सिंह छपरा के रहने वाले हैं।
प्रशांत किशोर और राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह ने दोनों को पार्टी में शामिल किया। जन सुराज के लोगों का कहना है कि रितेश पाण्डेय इस बार रोहतास जिले के करगहर से चुनाव लड़ सकते हैं। पार्टी उन्हें टिकट भी दे सकती है। रितेश ने अपने स्तर से तैयारियां भी शुरू कर दी है। प्रशांत किशोर का जन सुराज परिवार बढ़ रहा है। सारण जिले के रहने वाले पूर्व आईपीएस जय प्रकाश सिंह ने भी प्रशांत किशोर को जॉइन किया। रितेश पाण्डेय रोहतास जिले के काराकाट के रहने वाले हैं। उन्होंने बिहार को बदलने के लिए जन सुराज को चुना है। प्रशांत किशोर के अनुसार, 'रितेश पाण्डेय काराकाट इलाके के रहने वाले हैं। उन्होंने बिहार को बदहाली से निकालने के लिए जन सुराज का दामन थामा है। भोजपुरी में उनके चाहने वालों का कुनबा बहुत बड़ा है। इनके पिताजी शिक्षक थे लेकिन लालू यादव के राज में उनकी नौकरी चली गई। संघर्ष करके यहां तक पहुंचे। 40 से 50 फिल्मों में इन्होंने काम भी किया। उस वैभव को छोड़कर बिहार बदलने की मकसद से जनसुराज के साथ आ गए हैं। प्रशांत किशोर ने जय प्रकाश सिंह के बारे में बताया कि वे सारण के रहने वाले हैं। उन्होंने गांव के स्कूल में पढ़ाई की। वे पटना कॉलेज भी गए। परिवार की स्थिति ठीक नहीं होने के कारण उन्होंने सेना में नौकरी की। एयरपोर्ट ऑथोरिटी में भी नौकरी की। फिर उन्होंने आईपीएस में पूरे भारत में उनसठ वां रैंक हासिल किया। उन्होंने कहा, 'ये एडीजी थे और कुछ दिन और नौकरी में रह जाते तो डीजीपी हो जाते। लेकिन बिहार में बदलाव के लिए इन्होंने उसका त्याग कर दिया। वहीं प्रशांत किशोर ने दोनों लोगों का स्वागत किया। आपको जानकारी के लिए बता दे कि दोनो ने ऐसे समय पार्टी ज्वाइन की जब प्रधानमंत्री मोदी बिहार के दौरे पर थे। इससे पहले यूटुबर मनीष कश्यप ने 7 जुलाई को जन सुराज पार्टी ज्वाइन की थी।