Lucknow Desk : बिहार में महागठबंधन के अंदर फिलहाल लगभग सब ठीक कहा जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तबीयत भी ठीक है। लालू भी बीच-बीच में घूमने निकल रहे हैं। लेकिन, कुछ दिनों के अंदर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बीच तीसरी मुलाकात की खबर सामने आयी है। पिछले दिनों दो बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर जाकर राजद अध्यक्ष लालू से मुलाकात की थी। अब गुरुवार को सुबह अचानक लालू प्रसाद मुख्यमंत्री आवास पहुंच गए। उन्होंने सीएम नीतीश कुमार से आधे घंटे बातचीत की।
लालू से मिलने 24 घंटे में दो बार गए नीतीश
नीतीश कुमार हाल के दिनों में कुछ अधिक ही बेचैन दिखते रहे हैं। कभी पार्टी मीटिंग, कभी समीक्षा बैठक और कभी औचक निरीक्षण नीतीश कुमार करने लगे हैं। इतना ही नहीं, आश्चर्यजनक ढंग से लगातार दो बार वे लालू यादव से मिलने पूर्व सीएम राबड़ी देवी के आवास पर भी गए। पहले दिन लालू से उनकी मुलाकात नहीं हुई। लालू उस दिन अपने बड़े बेटे मंत्री तेज प्रताप के साथ जू सफारी का आनंद लेने राजगीर चले गए थे। दूसरे दिन यानी सोमवार को कैबिनेट मीटिंग के बाद नीतीश दोबारा लालू से मिलने गए। इस बीच उन्होंने पार्टी नेताओं को चुनाव कार्यों के लिए रेस कर दिया है। पिछले दो महीने से नीतीश पार्टी के नेताओं के साथ बैठक करते रहे हैं। कभी सांसदों-विधायकों के साथ तो कभी पार्टी के विभिन्न प्रकोष्ठों के नेताओं के साथ उनकी बैठक होती रही हैं। चुनाव की तैयारियों में कोई कमी न रह जाए, इसलिए उन्होंने प्रभारियों की सूची रद्द कर नई सूची बनाने का निर्देश दिया है।
नीतीश-तेजस्वी में कहासुनी की भी अफवाह
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद का मुख्यमंत्री आवास आना क्यों हुआ, इसपर दोनों में से किसी दल ने औपचारिक तौर पर कोई जानकारी देने से इनकार किया। बुधवार को पूरे दिन एक चर्चा चल रही थी कि किसी बात पर मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के बीच कहासुनी हो गई थी। इस बात की पुष्टि किसी स्तर से नहीं हुई और न कोई वीडियो प्रमाण सामने आया। यह मुद्दा हो सकता है या नहीं, इसपर भी कोई बात नहीं करने को तैयार है। राजद नेताओं ने आनंद मोहन परिवार के स्टैंड पर भी बहुत कुछ बोलने से इनकार किया। राजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि राजद को किसी मुलाकात से फर्क नहीं पड़ता है। पूरी पार्टी राज्यसभा सांसद मनोज झा के साथ है। उन्होंने दमनकारी प्रवृत्तियों के खिलाफ आवाज उठाई थी। दबंगई के खिलाफ राजद हमेशा खड़ा है। ठाकुरपन किसी भी दबंग के अंदर हो सकता है। इससे किसी जाति पर वार नहीं किया गया है। उन्होंने महागठबंधन की एकता को अटूट बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के बीच सबकुछ अच्छा है, इसलिए कहीं कोई संकट नहीं है।