Lucknow Desk: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को आगामी त्योहारी सीजन को देखते हुए वायु प्रदूषण से निपटने के लिए बड़ा प्लान किया है। शुक्रवार को केजरीवाल ने एक प्रेस कांफ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि दिल्ली में प्रदूषण कम हो गया है। सीएम केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में कमी आई है। इलेक्ट्रिक बसों से प्रदूषण कम हुआ। दिल्ली कई शहरों से बेहतर है। साथ ही उन्होंने इस साल आने वाले सर्दी के मौसम में प्रदूषण को नियंत्रित करने को लेकर प्लान जारी किया है। इस प्लान के तहत राज्य सरकार ने पूरी दिल्ली में 13 हॉस्टपॉट चिन्हित किया है, जिसके लिए एक्शन प्लान बनाया गया है और हर एक हॉटस्पॉट के लिए वॉर रूम बनाया गया है।
सीएम केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में 2013 में 20 फ़ीसदी पेड़ थे। ये ग्रीन कवर बढ़कर 23 फ़ीसदी हो गया है। दिल्ली के इतिहास में पहली बार 7135 बसें हैं, जिसमें 800 इलेक्ट्रिक बसें हैं।’ साल के अंत में होने वाले प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ‘विंटर एक्शन प्लान’ जारी किया। अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘दिल्ली में कोई थर्मल प्लांट भी नहीं है। सीएम केजरीवाल ने कहा, दिल्ली में पेड़ों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। अब 24 घंटे लाइट रहती है, इसके चलते अब लोगों को जनरेटर नहीं चलाना पड़ता है। पटाखों पर इस साल भी बैन रहेगा।’
साल के अंत में होने वाले प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ‘विंटर एक्शन प्लान’ जारी करते हुए कहा, ‘जबसे दिल्ली में AAP की सरकार बनी है। दिल्ली के लोगों और तमाम एजेंसियों के साथ मिलकर कदम उठाए गए हैं और जिससे प्रदूषण में काफ़ी कमी आई है। 2014 से आज 30 फ़ीसदी प्रदूषण में कमी आई है। साल 2016 में प्रदूषण के हिसाब से अच्छी हवा 109 दिन होती थी वो अब साल में 163 दिन होती है। 2016 में Severe यानी बहुत ख़राब दिन प्रदूषण के लिहाज़ से 26 होते थे वे घटकर 6 रह गए हैं।
सर्दियों में होने वाले प्रदूषण को कम रखने के लिए सरकार ने 15 प्वाइंट का एक्शन प्लान जारी किया है। इसके तहत कई नियम बनाए गए हैं। इस प्लान के तहत पराली के लिए बायो डिकंपोजर का इस्तेमाल बढ़ाया जाएगा। अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘पिछले कुछ समय में बहुत अधिक इलेक्ट्रिक बसें खरीदीं गईं। हमने इलेक्ट्रिकल व्हीकल पॉलिसी बनाई। पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा ईवी दिल्ली में खरीदे जा रहे हैं, जैसे-जैसे विकास होता है पेड़ कटते हैं। दिल्ली में उलटा हो रहा है। हमने ट्री ट्रांसप्लांटेशन पॉलिसी बनाई थी। कई बार पुराने पेड़ों को काटने की अनुमति देनी पड़ी है, हमने कहा कि उसे जड़ों के साथ निकालकर कहीं और लगाना है। दिल्ली में दो थर्मल पावल प्लांट थे, जिन्हें बंद कर दिया गया है।