Lucknow Desk: इस समय पूरे देश में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव को लेकर आए एग्जिट पोल चर्चा का केंद्र बने हुए हैं। हर कोई इसी पर बात कर रहा है। इस बार एग्जिट पोल कितने सही साबित होते हैं इसका पता तो 3 दिसंबर को ही चलेगा, लेकिन फिलहाल इसे लेकर राजनीतिक चर्चाएं खूब हो रहीं हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से लेकर न्यूज चैनलों और अखबारों तक पर यह छाया हुआ है। आज हम आपको बताएंगे एग्जिट पोल से जुड़ी कुछ ऐसी जानकारी जिसके बारे में शायद ही आप जानते हों। हम बात करेंगे दुनिया के सबसे पहले एग्जिट पोल के बारे में...तो आइए जानते हैं कि आखिर यह कब हुआ था?
पहला एग्जिट पोल कहां हुआ?
दरअसल, दुनिया में पहली बार एग्जिट पोल संयुक्त राष्ट्र अमेरिका द्वारा 1936 में कराया गया था। उस समय जॉर्ज गैलप और क्लॉड रोबिंसन ने चुनावी सर्वे करवाया था। यह रिपोर्ट पोलिंग बूथ में वोट डालकर बाहर आने वाले लोगों से पूछ करके तैयार किया गया था। सर्वे का विश्लेषण कर एक रिपोर्ट तैयार किया गया था। उस रिपोर्ट में बताया गया था कि फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट चुनाव जीत जाएंगे और यह रिपोर्ट सही साबित हुआ। इसके बाद दूसरे देशों में भी एग्जिट पोल का प्रचलन शुरू हो गया।
भारत में पहला एग्जिट पोल कब हुआ जारी
भारत में पहला एग्जिट पोल 1996 में जारी हुआ था। यह रिपोर्ट को सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसायटीज (CSDS) ने जारी किया था। एग्जिट पोल में कहा गया था भाजपा सरकार बनेगी और नतीजा आने के बाद रिपोर्ट सही साबित हुआ। इसके बाद भारत में एग्जिट पोल काफी लोकप्रिय हुआ।
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