Lucknow Desk : कैलाश विजयवर्गीय ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इस मामले की जानकारी देते हुए कहा,"आज मैं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा जी से मिला। हमारी पार्टी के सिद्धांत 'एक व्यक्ति एक पद' के अनुसार मैंने महासचिव पद से उन्हें इस्तीफा सौपा। उन्होंने दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। फिर एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत का हवाला देकर राष्ट्रीय जिम्मेदारी से खुद को मुक्त कर लिया।
पार्टी ने मध्यप्रदेश में एक नई भूमिका के लिए भेजा है: कैलाश विजयवर्गीय
उन्होंने एक्स हैंडल पर लिखा,"आज मैं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रसाद नड्डा जी से मिला। हमारी पार्टी के सिद्धांत 'एक व्यक्ति एक पद' के अनुसार मैंने महासचिव पद से उन्हें इस्तीफा सौपा। मेरा सौभाग्य रहा कि मैंने 9 वर्ष तक पहले श्री अमित शाह जी फिर श्री जेपी नड्डा जी के मार्गदर्शन में देश के विभिन्न स्थानों पर संगठन को गढ़ने में प्राणप्रण से कार्य किया। अब मुझे पार्टी ने मध्यप्रदेश में एक नई भूमिका के लिए भेजा है। मैं प्रधानमंत्री जी का संकल्प वर्ष 2047 में भारत, विश्व का शक्तिशाली देश बने। इस दिशा में मध्यप्रदेश को शक्तिशाली बनाने के लिए हम माननीय प्रधानमंत्री श्री जी के नेतृत्व में कार्य करेगें।
नौ साल पहले मिली थी जिम्मेदारी
कैलाश विजयवर्गीय को नौ साल पहले राष्ट्रीय महासचिव की जिम्मेदारी मिली थी। तब वे मध्य प्रदेश सरकार में नगरीय प्रशासन मंत्री थे। इस्तीफा देकर केंद्र की राजनीति में गए थे। इस दौरान हरियाणा और पश्चिम बंगाल का प्रभार भी संभाला। हरियाणा में पार्टी ने उनके प्रभारी रहते ही पहली बार अपने दम पर सरकार बनाई थी। पश्चिम बंगाल में भी भाजपा ने पिछले विधानसभा चुनावों में पहले से बेहतर प्रदर्शन किया था। नौ साल बाद शीर्ष नेतृत्व ने विधानसभा चुनाव में टिकट देकर उनकी प्रदेश में वापसी के रास्ते खोल दिए। विजयवर्गीय इंदौर की एक नंबर विधानसभा सीट से विधायक है।