Iqra Hasan: यति नरसिंहानंद सरस्वती के द्वारा दिए बयान को लेकर सियायत तेज है। नरसिंहानंद के बयान को लेकर असदुद्दीन ओवैसी, चंद्रशेखर आजाद रावण के बाद अब समाजवादी पार्टी की सांसद इकरा हसन ने मोर्चा खोल दिया है। इकरा ने नरसिंहानंद को नफरती और पाखंडी करार देते हुए रासुका और UAPA के तहत कार्रवाई की मांग की है।
इकरा हसन ने दी अपनी प्रतिक्रिया
बता दें, कैराना से समाजवादी पार्टी की सांसद इकरा हसन ने महंत यति नरसिंहानंद के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने महंत नरसिंहानंद पर रासुका लगाए जाने की मांग की। इसके साथ ही नरसिंहानंद को पाखंडी और ढोंगी बताया। और कहा कि उसने नफरत का जहर उगला है। हमारे प्यारे नबी की शान में गुस्ताखी की है, जो हम सभी के लिए बर्दाश्त के काबिल नहीं है। वहीं कैराना सांसद ने संसद में आवाज उठाने से लेकर सु्प्रीम कोर्ट तक जाने की बात कही है।
इकरा हसन ने कहा है कि यति नरसिंहानंद जैसे ढोंगी और पाखंडी लोगों ने एक बार फिर अपनी जुबान से नफरत का जहर उगला है। यह हमारे लिए नाकाबिल-ए-बर्दाश्त है। हमारे प्यारे नबी पूरी दुनिया के लिए रहमत और शांति का पैगाम लेकर आए थे, लेकिन उनकी शान में यह पाखंडी अपनी गंदी जुबान से अपमान कर रहा है। इसे हर अमन पसंद हिंदुस्तानी, चाहे वो हिंदू हों या मुसलमान, बर्दाश्त नहीं करेंगे। यह हर बार अपनी जुबान से नफरत का बीज बोकर कानून से बच जाता है, क्योंकि राज्य सरकार ईमानदारी से अपना फर्ज नहीं निभा रही है।
कैराना सांसद ने आगे कहा कि मैं केंद्र सरकार और राज्य सरकार के जिम्मेदार लोगों को यह कहना चाहती हूं कि अब उनका यह ढुलमुल रवैया बिल्कुल नहीं चलेगा। यति नरसिंहानंद और इसके जैसे पाखंडियों के खिलाफ दिखावटी कार्रवाई ना की जाए। हेट स्पीच, UAPA और NSA की गंभीर धाराओं के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि यह एक नजीर बन सके और फिर कोई ऐसी जुर्रत ना कर सके। ऐसा ना होने पर संसद से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक हर मुमकिन कार्रवाई करेंगे। हर जगह विरोध दर्ज कराएंगे। अब चुप नहीं बैठेंगे।