Lucknow Desk: उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले के मिल्कीपुर विधासभा सीट पर उपचुनाव होने है। इसे पहले अयोध्या से एक बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल, पुलिस ने दलित युवती की हत्या का खुलासा किया है। इसके साथ ही पुलिस ने तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। इसमें मुख्य आरोपी दिग्विजय सिंह है जो उसी गांव का रहने वाला है। इस संबंध में एसएसपी राजकरन नय्यर आज सुबह केवल पांच मिनट की प्रेस वार्ता की है। इस दौरान उन्होंने कहा कि तीनों आरोपियों ने पूछताछ के दौरान अपना अपराध स्वीकार किया है। तीनों आरोपी नशे में धूत होकर घटना को अंजाम दिए हैं।
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि अयोध्या जिले के सहनवा गांव में शनिवार सुबह एक दलित युवती का शव नग्न अवस्था में मिला। जिससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। युवती के दोनों हाथ पीछे से बंधे थे। उसके कपड़े नाले से कुछ दूर पड़े मिले। मिली जानकारी के अनुसार, दलित युवती पिछले दो दिनों से अपने घर से लापता थी। लड़की का पैर टूटा हुआ था, आखें फूटी थी। वहीं परिजनों और स्थानीय लोगों ने आशंका जताई है कि दुष्कर्म करने के बाद युवकी की हत्या की गई है।
मामले एसएसपी ने क्या कहा?
वहीं मामले को लेकर एसएसपी का कहना है कि युवती की दोनों आंखें नहीं फूटी थी। हाथ-पैर तोड़ने की बात भी गलत है। इंजरी की वजह से मौत हुई है। वहीं इस घटना को लेकर अखिलेश और राहुल ने सरकार पर जमकर निशान साधा है।
अवधेश प्रसाद फूट फूटकर रोने लगे
अयोध्या के फ़ैज़ाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद ने कल रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस किए, इस दौरान वो फूट फूटकर रोने लगे। अवधेश प्रसाद ने कहा कि अगर पीड़िता को न्याय नही मिला तो मैं लोकसभा से इस्तीफा दे दूंगा। सांसद के भरी प्रेस कांफ्रेंस में अचानक इस तरह से रोता हुआ देखकर लोग भौंचक्के हो गए।
इस घटना पर विपक्ष का हमला
इस घटना पर विपक्ष दल लगातार योगी सरकार पर हमला बोल रहे हैं। इसी कड़ी में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस घटना को लेकर कहा था कि ये बेहद दुःखद ख़बर है कि अयोध्या के ग्रामसभा सहनवां (सरदार पटेल वार्ड) में 3 दिन से गायब दलित परिवार की बेटी का शव निर्वस्त्र अवस्था में मिला है, उसकी दोनों आँखें फोड़ दी गई हैं उसके साथ अमानवीय व्यवहार हुआ है। प्रशासन ने तीन दिन पहले ही अगर परिवार की सूचना पर ध्यान दिया होता तो बच्ची की जान बचायी जा सकती थी। हम उत्तर प्रदेश सरकार से मांग करते है कि जो दोषी हैं और जिन पुलिसकर्मियों ने इस मामले में लापरवाही बरती है। उन सबके ख़िलाफ़ कठोरतम कार्रवाई की करें और पीड़ित परिवार को तत्काल 1 करोड़ का मुआवज़ा दे।
राहुल और मायावती ने साधा निशाना
वहीं इस घटना पर कांग्रसे नेता राहुल गांधी ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा कि अयोध्या में दलित बेटी के साथ हुई अमानवता और उसकी नृशंस हत्या हृदयविदारक और बहुत शर्मनाक है। तीन दिनों से गूंजती बच्ची के परिवार के मदद की पुकार पर अगर प्रशासन ने ध्यान दिया होता तो शायद उसके जीवन की रक्षा हो सकती थी। एक और बेटी के जीवन का इस घिनौने अपराध से अंत हो गया। आखिर कब तक और कितने परिवारों को इस तरह रोना-तड़पना पड़ेगा।
वहीं BSP अध्यक्ष मायावती ने अपने सोशल साइट पर पर लिखा कि अयोध्या के सहनवां में दलित बच्ची का शव मिला। दलित बेटी का शव निर्वस्त्र अवस्था में मिला है। उसकी दोनों आंखें फोड़ दी गई है। बच्ची के साथ अमानवीय व्यवहार भी हुआ है। यह बेहद दुःखद व अति गम्भीर मामला है, सरकार सख्त कदम उठाए, ताकि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो।