Lucknow Desk: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ मेला जारी है। यहां देश- विदेश से करोड़ों श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में स्नान करने के लिए पहुंच रहे हैं। इसी कड़ी में मंगलवार को देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने महाकुंभ में स्नान किया। उनके साथ उनकी चार पीढ़ियां भी कुंभ नगरी पहुंचीं, मां कोकिला बेन, बेटे-बहू आकाश-श्लोका और अनंत-राधिका के साथ मुकेश अंबानी के पोते-पोती पृथ्वी-वेदा महाकुंभ में स्नान करने के लिए पहुंचे थे। वहीं संगम में डुबकी के बाद अंबानी परिवार ने निरंजनी अखाड़े के पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी जी महाराज की उपस्थिति में मां गंगा की पूजा अर्चना भी की।
इसके बाद अंबानी परिवार महाकुंभ में बने परमार्थ निकेतन आश्रम पहुंचा। इस दौरान अंबानी परिवार ने आश्रम ने सफाईकर्मियों, बोट चालाने वालों और तीर्थयात्रियों को मिठाई बांटी। इसके साथ ही अंबानी परिवार ने तीर्थयात्रियों को भोजन भी परोसा।
धार्मिक मान्यताओं पर अंबानी परिवार का विशेष ध्यान
दरअसल, अंबानी परिवार को आध्यात्मिक अनुभव है। यह परिवार हमेशा से धार्मिक मान्यताओं पर विशेष ध्यान रखता है। बता दें, अंबानी परिवार मां गंगा में डुबकी लगाकर उन्होंने पुण्य लाभ अर्जित किया। इसके बाद पूरा परिवार विधिवत पूजा-अर्चना की। पूजा में निरंजनी अखाड़े के प्रमुख संत भी मौजूद थे। यह दर्शाता है कि अंबानी परिवार अपनी धार्मिक आस्थाओं को कितना महत्व देता है।
महाकुंभ में अन्न सेवा दे रही रिलायंस इंडस्ट्रीज
रिलायंस इंडस्ट्रीज, परमार्थ निकेतन आश्रम, शारदा पीठ मठ ट्रस्ट द्वारका, श्री शंकराचार्य उत्सव सेवालय फाउंडेशन, निरंजनी अखाड़ा और प्रभु प्रेमी संघ चैरिटेबल ट्रस्ट सहित प्रसिद्ध आध्यात्मिक संगठनों के साथ मिलकर महाकुंभ में अन्न सेवा प्रदान कर रही है। देश के सबसे दौलतमंद व्यक्ति मुकेश अंबानी हैं। वह रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। भारत के सबसे प्रमुख परिवारों में से एक अंबानी परिवार है।
अब तक 1.83 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
दरअसल, आज माघी पूर्णिमा के स्नान पर्व पर त्रिवेणी संगम पर भोर से ही श्रद्धालुओं की भीड़ स्नान करने के लिए जुट रही है। आज लगभग 1.83 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। आज सुबह 4 बजे से ही सीएम योगी स्नान की निगरानी कर रहे हैं। ताकि श्रद्धालुओं की आस्था की डुबकी सफल हो सके।