स्पोर्टस डेस्क लखनऊ: 19 नवम्बर 2023 में मिली वनडे वर्ल्डकप के फाइनल में हार के बाद आज करीब डेढ़ साल के लम्बे समय बाद भारतीय टीम एक बार फिर से ऑस्ट्रेलिया से आईसीसी के नॉकआट मुकाबले में भिड़ेगी । भारतीय टीम इस मुकाबले में 2023 के फाइनल का बदला लेने उतरेगी। तो वहीं ऑस्ट्रेलियाई टीम मुकाबले को जीत कर फाइनल की तरफ एक और कदम बढ़ाना चाहेगी। पर सवाल यह उठता है कि आखिर किसका पलड़ा इस 2025 के चैंपियंस ट्रॉफी में भारी है ?
हेड टू हेड रिकॉर्ड
अगर वनडे क्रिकेट में सबसे पहले अब तक के आंकड़ो पर नजर डाली जाए तो कंगारुओं का पलड़ा भारी रहा है। जिसमें जीत हार को देखें तो ऑस्ट्रेलिया टीम ने 84 मुकाबलों में बाजी मारी है। तो वहीं भारत को महज 57 मैचों में जीत मिली है। आईसीसी टुर्नामेंट में यह आंकड़ा 10-7 का रहा है। कुल मिलाकर ऑस्ट्रलिया इन दोनों ही जगह पर आगे नजर आया है। पर हालिया फॉर्म भारत के पक्ष में रहा है, जिसमें 2020 से खेले गए मुकाबलों में स्कोर लाइन बराबर 7-7 रही है। साथ ही, इस 2025 चैंपियंस ट्रॉफी पर नजर डालें तो अब तक भारत ने तीन मुकाबले खेलकर तीनों जीते है। पर दूसरी तरफ कंगारु टीम बारिश के चलते पूरी तरह से महज एक मुकाबला खेल पाई है। जिसमें उसने जीत दर्ज की थी। ऐसे में भारत के स्पिनरों के खिलाफ दूबई की पिच पर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के लिए चुनौती होगी। आपको बताते चलें की क्रिकेट में आंकड़े महत्वपूर्ण जरुर होते हैं। पर जब टीमें मैदान पर उतरती हैं तो वह आंकड़े सिर्फ रिकॉर्ड बुक में लिखे चंद अक्षर रह जाते हैं।
इस चैंपियस ट्रॉफी में भारी है भारत का पलड़ा
अबतक हमने पिछले रिकॉर्डों और आंकड़ो कि बात की पर अब अगर दोनों ही टीमों पर नजर डालें तो भारतीय टीम का पलड़ा बहुत भारी नजर आ रहा है। जिसका सबसे बड़ा कारण भारतीय टीम की गेंदबाजी हो या बल्लेबाजी दोनों ही शानदार नजर आ रहे हैं। विशेषकर दूबई की धीमी पिच पर भारतीय स्पिनर जिसमें पिछले ही मुकाबले में 5 विकेट चटकाकर अपनी टीम को मैच जीताने वाले वरुण चक्रवर्ती तो विदेशी बल्लेबाजों के लिए अपने कमबैक के बाद से ही एक अबूझ पहेली बने हुए हैं। इनके अलावा अक्षर पटेल, विराट कोहली, कप्तान रोहित शर्मा और श्रेयस अय्यर सहित लगभग पूरी टीम ही शानदार फॉर्म में नजर आई है। पर अब अगर ऑस्ट्रेलिया को देखें तो दूबई की परिस्थितियां उन्हें ज्यादा रास नहीं आएंगी। जिसका बड़ा कारण उनके गेंदबाज तो हैं ही साथ ही वह अब तक अपने मुकाबले पाकिस्तान में खेल रहे थे। अब अचानक से दूबई में खेलने उनके लिए एक चुनौती होगा। पर अब जो सबसे बड़ा कारण है वह यह कि जिस ऑस्ट्रेलिया टीम ने भारत क 2023 का फाइनल हराया था। वह टीम कंगारु टीम से बहुत अलग है। इस टीम में न तो कप्तान पैट कमिंस हैं न ही नए गेंद से उनके जोड़ीदार मिचेल स्टार्क और न ही जोश हेजलवुड यानी कुल मिलाकर एक नया और अनुभवहीन गेंदबाजी आक्रमण के साथ इस बार ऑस्ट्रेलियाई टीम उतरने जा रही है। तो वहीं बल्लेबाजी में भी मिचेल मार्श, मार्कस स्टोइनिस और डेविड वार्नर जैसे खिलाड़ी थे। जिनकी कमी ऑस्ट्रेलिया को स्वाभाविक तौर खलने वाली है।