Bihar Politics: इस साल बिहार में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले वक्फ बिल को लेकर राजनीतिक दलों में घमासान मचा हुआ है। संसद के दोनों सदनों से यह बिल पास हो गया है, जिसके बाद से NDA और महागठबंधन के बीच लगातार एक- दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाया जा रहा है। इस बिल को लेकर बिहार की राजनीति में बयानबाजी और पोस्टर वॉर भी जारी हो गया है।
बिल के शर्तों पर समर्थन: JDU
वक्फ बिल पर जहां एक तरफ JDU का समर्थन है तो वहीं दूसरी तरफ अन्य विपक्षी दल इस बिल का विरोध कर रहे हैं। JDU का कहना है कि यह बिल संविधान के खिलाफ है। वहीं, JDU का कहना है कि उसने कुछ शर्तों के बाद ही इस बिल का समर्थन किया है। इस बिल को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। वहीं इस बार बिहार चुनाव में यह एक बड़ा मुद्दा बन गया है।
कूड़ेदान में फेंक देंगे वक्फ बिल- तेजस्वी
RJD लगातार इस बिल का विरोध कर रही है। वहीं पार्टी के नेता तेजस्वी यादव ने तो यहां तक कह दिया है कि अगर महागठबंधन की सरकार बनी तो इस बिल को रद्द कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह बिल किसी भी कीमत पर लागू नहीं होगा, इसे कूड़ेदान में फेंक दिया जाएगा।
बिहार की पॉलिटिक्स में गिरगिट कौन?
वहीं इस बिल को लेकर बिहार की राजनीतिक दलों में पोस्टर वॉर शुरू हो गया है। राजधानी पटना की सड़कों पर RJD की तरफ से नीतीश कुमार के खिलाफ एक पोस्टर लगाया गया था। RJD ऑफिस के बाहर और राबड़ी देवी के आवास के पास पोस्टर लगाकर नीतीश कुमार पर हमला बोला गया था। RJD ने पोस्टर जारी कर नीतीश कुमार को आड़े हाथों लिया, साथ ही पोस्टर में नीतीश कुमार को गिरगिट बोलकर उनपर हमला बोला।
वहीं पोस्टर के जवाब में JDU ने लालू प्रसाद पर भी आरोप लगाए हैं। JDU ने 2010 में लोकसभा में दिए गए लालू प्रसाद के भाषण का हवाला दिया है, जिसमें उन्होंने वक्फ संपत्ति के लिए सख्त कानून बनाने की मांग की थी। JDU का कहना है कि लालू प्रसाद अब इस बिल का विरोध कर रहे हैं, जो कि गलत है।
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