IPL के रिवेंज वीक में कल मैच नंबर 41 में हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनैशनल स्टेडियम में सनराइजर्स और मुंबई इंण्डियंस की टीमें आमने-सामने थी। जहां पर इसी सीजन पिछले मुकाबले में मुंबई से मिली हार के बाद हैदराबाद के पास बदला लेने का अच्छा मौका था। पर शानदार फॉर्म में चल रही मुंबई इंण्डियंस के इरादे कुछ और थे। जहां MI ने पहले टॉस जीतकर गेंदबाजी करते हुए 8.3 ओवर में हैदराबाद का स्कोर 35/5 कर दिया। इसके बाद तो ऐसा लगा कि टीम 100 का आंकड़ा भी छू ले तो बड़ी बात होगी। पर अंत में हेनरिक क्लासेन के शानदार 71 और अभिनव मनोहर के 43 रनों की बदौलत टीम एक सम्मान जनक स्कोर 143 रन तक पहुंच जाती है। पर मुंबई इंण्डियंस जिस तरह की फॉर्म में चल रही और जैसी उनके पास बल्लेबाजी लाइनअप है तो उनके लिए यह लक्ष्य मुश्किल नहीं होने वाला था। MI ने 26 गेंद शेष रहते हुए हैदराबाद को उनके ही घर पर 7 विकेट से हरा दिया। रोहित शर्मा का बल्ला एक बार फिर से बोला उन्होंने 46 गेंदो पर 70 रनों की शानदार परी खेली। वहीं उनके साथ सूर्यकुमार यादव ने भी महज 19 गेंदो पर 40 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली।
हैदराबाद हुई बाहर! टॉप 4 में मुंबई!
इस मैच नंबर 41 के बाद जहां मुंबई ने सीधे टॉप में 4 में एंट्री कर ली है। तो वहीं दूसरे छोर पर हैदराबाद बाहर होने की कगार पर पहुंच गई है। सनराइर्जस ने अब तक 8 मैच खेले हैं जिसमें उसे 6 में हार का सामना करना पड़ा है। टीम को प्लेऑफ्स तक पहुंचने के लिए अब अपने सभी मुकाबले जीतने होंगे। वहीं बात करें मुंबई कि तो टीम 9 मैचों में 10 प्वाइंट लेकर तीसरे स्थान पर कायम है।
सबसे खतरनाक हुई मुंबई इंण्डियंस ?
पहले 5 मैचों 4 हार के साथ मुंबई इंण्डियंस को समझ ही नहीं आ रहा था कि आखिर उन्हें करना क्या है। पर अब अगले 4 मैचों में चार WWWW लेकर टीम कुछ अलग ही अंदाज में नजर आ रही है। यह भी कहा जा सकता है कि टीम अब बहुत खतरनाक नजर आ रही है। जहां पर अब टीम का हर खिलाड़ी किसी ना किसी एक मैच में टीम की जीत सुनिश्चित कर रहा है और अगर रोहित शर्मा हों तो कहने ही क्या दरअसल रोहित शर्मा शुरुवाती मैचों में टीम की एक कमजोर कड़ी साबित हो रहे थे। पर अब लगातार दो अर्धशतकों के साथ उन्होंने अपने कमबैक का बिगुल बजा दिया है। तो वहीं बाकि खिलाडिंयों में देखें तो कल गेंदबाजी में बुमराह को महज एक विकेट मिला बावजूद इसके विपक्षी टीम 143 बना पाई जो दिखा रहा है कि यह टीम किसी एक खिलाड़ी पर निर्भर नहीं है।