Digital Desk: दिल्ली में आज (रविवार) NDA की एक बड़ी बैठक आयोजित की गई। इस बैठक को लेकर कई राजनीतिक संकेत निकाले जा रहे हैं। जैसे- राष्ट्र सुरक्षा पर सख्त रूख, सामाजिक न्याय की दिशा में जातिगत जनगणना का समर्थन और बिहार चुनाव की ठोस तैयारियां। यह बैठक पीएम मोदी की अध्यक्षता में 20 राज्यों के मुख्यमंत्रियों, उपमुख्यमंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में NDA की 2025 की सबसे अहम बैठक हुई है। इस बैठक की दो बातें सबसे महत्वपूर्ण है। पहला बात, ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर पीएम मोदी और भारतीय सेना को बधाई देने का प्रस्ताव और दूसरी बात, आगामी जनगणना में जातिगत आंकड़े शामिल करने के फैसले की सराहना है।
इस बैठक में एनडीए ने जातिगत जनगणना पर समर्थन जताकर साफ कर दिया है कि वह इस मुद्दे को सिर्फ विपक्ष के एजेंडे में नहीं रहने देना चाहते हैं। जातिगत जनगणना को खास कर बिहार जैसे राज्यों में सामाजिक समीकरण अहम भूमिका निभाते हैं, यह प्रस्ताव NDA को सामाजिक न्याय के पक्षधर के रुप में स्थापित करता है।
बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री Nitish Kumar की मौजूदगी और जातिगत जनगणना पर समर्थन इस बात को साफ करता है NDA आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पूरी तरह एकजुट होकर मैदान में उतरेगा।
जाति जनगणना देश की जरूरत है: JP Nadda
इस बैठक में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा, आज बैठक में जातिगत जनगणना को लेकर भी प्रस्ताव पारित किया गया। और सभी ने इस पर अपनी सहमति दी है, साथ ही मोदी जी के इस फैसले की सराहना की और उन्हें बधाई दी। हमने यह स्पष्ट कर दिया है कि हम जाति की राजनीति नहीं करते हैं, बल्कि वंचित, पीड़ित और शोषित, जो छूट गए हैं, उन्हें मुख्यधारा में लाना चाहते हैं। यह समाज की जरूरत है।
बता दें, इस बैठक में एनडीए शासित राज्यों के करीब 20 मुख्यमंत्री और 18 उपमुख्यमंत्री मौजूद रहे। वहीं राष्ट्रीय राजधानी के अशोका होटल में हुई यह बैठक पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह समेत बीजेपी के वरिष्ठ नेता भी शामिल थे।
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