आखिरकार करीब 9 साल तथा 77 टेस्ट मैचों के बाद करुण नायर को भारत की टेस्ट प्लेइंग इलेवन में मौका मिल ही गया है। 2016 में नायर ने इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई टेस्ट में तिहरा शतक लगाया था। नायर से पहले भारत के लिए सिर्फ वीरेंद्र सहवाग के नाम ही टेस्ट में तिहरा शतक था। वह सीरीज का आखिरी मुकाबला था। उसके अगले टेस्ट में उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया। उस मुकाबले के बाद नायर ने भारत के लिए महज तीन टेस्ट मैच खेले थे।
इंग्लैंड से बाहर इंग्लैण्ड से बाहर वहीं से वापसी
करुण नायर का इंग्लैण्ड से खास रिश्ता रहा है। बता दें कि भारतीय टीम ने 2018 में इंग्लैंड का दौरा किया था। जहां पर 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में करुण नायर भी टीम का हिस्सा थे। उन्हें एक भी मैच में खेलने का मौका नहीं मिला। इसके बाद हनुमा विहारी को भारत से बुलाकर आखिरी मैच खिलाया गया लेकिन करुण नायर बेंच पर रह गए। उस दौरे के बाद उन्हें टीम से भी ड्रॉप कर दिया गया। जिसेक बाद नायर ने एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें ये भी नहीं बताया गया कि क्यों टीम से ड्रॉप हो गए। फिर वह वापसी के लिए इंतजार करने लगे। बता दें कि करुण नायर ने अपना टेस्ट डेब्यू इंग्लैण्ड के खिलाफ किया था। जिसके बाद उन्होंने तिहरा शतक भी इसी टीम के खिलाफ लगाया था। तो वहीं इसके बाद जब वो टीम से ड्रॉप हुए तो वो भी इंग्लैण्ड दौरे के बाद से ही वहीं जब कमबैक किया तो इंग्लैण्ड ए के खिलाफ इंग्लैण्ड की सरजमी पर ही दोहर शतक जड़ दिया। तो वहीं अब पहले टेस्ट मैच में इंग्लैण्ड के खिलाफ उन्हीं की सरजमी पर कमबैक भी कर लिया है। हालांकि अब ये देखना दिलचस्प होगा कि करुण नायर अपने कमबैक मैच में कैसी बल्लेबाजी करते हैं।