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साध्वी Pragya Singh Thakur के बयान पर भड़के AIMIM नेता, बोले- अदालत में नहीं मिलेगी माफी...
Saturday, 02 Aug 2025 17:00 pm
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Lucknow Desk: 17 साल पहले यानी 2008 के मालेगांव बम ब्लास्ट मामले में साध्वी Pragya Singh Thakur समेत सभी 7 आरोपियों को स्पेशल कोर्ट ने बरी कर दिया है। NIA कोर्ट से बरी होने के बाद जब Pragya Singh Thakur भोपाल पहुंचीं तो उनका वहां जोरदार स्वागत हुआ। इस दौरान Pragya Singh Thakur ने एक बयान दिया। उन्होंने कहा कि हिंदू आतंकी नहीं हो सकता है। आतंकवाद का रंग होता है। देशवासियों ने पहलगाम हमले के दौरान आतंकवाद का रंग देखा, जो धर्म पूछकर पर्यटकों को मौत के घाट उतारा।

Pragya Singh Thakur के बयान पर AIMIM नेता का पलटवार

Pragya Singh Thakur के इस बयान को लेकर AIMIM नेता Asim Waqar ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि प्रज्ञा ठाकुर का बयान मैंने सुना, उनका कहना है कि हरा रंग आतंकवाद का रंग है, यह अज्ञानियों की भाषा है। ईश्वर, अल्लाह, गॉड का सबसे पसंदीदा रंग हरा है। यह कभी आतंकवाद के पैरोकार नहीं हो सकते।

उन्होंने कहा कि ईश्वर, अल्लाह और गॉड ने अगर दुनिया के निर्माण में सबसे अधिक हरे रंग का इस्तेमाल किया है, तो फिर आतंकवाद इन लोगों (साध्वी प्रज्ञा) के दिल और दिमाग में भरा हुआ है। इसलिए इनको हरे रंग में आतंकवाद दिखाई देता है।

दुनिया की अदालत में सबूतों के अभाव में छूट जाए: असीम वकार

Asim Waqar ने कहा, जिसने भी गुनाह या आतंकवाद किया है, भले ही वह दुनिया की अदालत में सबूतों के अभाव में छूट जाए, लेकिन ईश्वर की अदालत में उनका सबूत चलता हैं। दुनिया की अदालत में बख्शे गए लोग यह न भूलें कि ईश्वर कभी नाइंसाफी नहीं करता, सबको सजा जरूर देता है। चाहे जिंदा रहते या मरने के बाद! उन्होंने कहा कि हरा रंग, लाल रंग या पीला रंग आतंकवाद का रंग नहीं हो सकता है। आतंकवादी किसी रंग का हो सकता है, लेकिन रंग किसी आतंकवादी का नहीं हो सकता।

PM Modi और CM Yogi का नाम लेने के लिए मजबूर: Pragya Singh Thakur

बता दें, जब कोर्ट से Pragya Singh Thakur बरी हुईं तो कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, हिंदू आतंकवाद की झूठी थ्योरी गढ़ने का दोषी ठहराया और दावा किया कि उन्हें जांच के दौरान अमानवीय यातनाएं दी गई। उन्हें परेशान किया गया और पीएम मोदी तथा योगी आदित्यनाथ का नाम लेने के लिए मजबूर किया गया। Pragya Singh Thakur ने कहा कि मुझे मजबूर किया गया था। मैं दबाव में नहीं आई और मैंने किसी का भी नाम नहीं लिया, किसी को झूठा नहीं फंसाया, इसलिए मुझे इतना प्रताड़ित किया गया।