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राहुल गांधी को हो सकती थी जेल ? मिली सशर्त जमानत, 7 साल पुराना है मामला
Tuesday, 05 Aug 2025 17:00 pm
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Lucknow Desk : लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी आज यानी 6 अगस्त को झारखंड के चाईबासा की एमपी-एमएलए की विशेष अदालत में पेश हुए। राहुल गांधी मंगलवार को झारखंड की राजधानी रांची पहुचे थे। वहां वह झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के अंतिम संस्कार में भी सम्मिलित हुए। जिसके बाद वह रांची के एक होटल में रुके थे और आज चाईबासा की अदालत में पेश हुए। पेशी के बाद कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी। कोर्ट ने उन्हें ट्रायल में सहयोग करने की शर्त पर जमानत दी है। आइए जानते हैं आखिर क्या है पूरा मामला....जानकारी के मुताबिक, राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का मामला प्रताप कुमार नाम के शख्स ने दायर किया है। शख्स का आरोप है कि राहुल गांधी ने साल  2018 में चाईबासा में एक रैली के दौरान अमित शाह के खिलाफ मानहानिपूर्ण बयान दिए थे। प्रताप कुमार चाईबासा में मजिस्ट्रेट की अदालत में दायर याचिका में आरोप लगाया है कि राहुल गांधी ने जानबूझकर अमित शाह की छवि को खराब करने के मकसद से मानहानिकारक बयान दिए थे।कोर्ट में पेशी के लिए राहुल गांधी के आगमन को ध्यान में रखते हुए प्रशासन द्वारा चाईबासा में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। प्रशासन की ओर से कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है। टाटा कॉलेज ग्राउंड में एक हेलीपैड बनाया गया है। जानकारी के मुताबिक, अदालती कार्यवाही के बाद राहुल गांधी रांची लौट जाएंगे। आइए अब जानते हैं कि कोर्ट में क्या हुआ.... राहुल गांधी ने खुद कोर्ट में undertaking दी कि वह आगे की न्यायिक प्रक्रिया में पूरा सहयोग करेंगे। इस मामले में कोर्ट ने उन पर आरोप तय कर दिए हैं। अब शिकायतकर्ता की ओर से साक्ष्य और गवाही की प्रक्रिया शुरू होगी। शिकायतकर्ता के अधिवक्ता विनोद साहू ने जानकारी दी कि राहुल गांधी ने कोर्ट में अमित शाह के खिलाफ दिए गए अपने बयान से इनकार किया है। साहू ने जमानत का विरोध करते हुए कहा कि राहुल गांधी कोर्ट का सम्मान नहीं करते, क्योंकि वह सात साल बाद और गैर-जमानती वारंट जारी होने के बाद ही कोर्ट पहुंचे हैं। उन्होंने राहुल गांधी के अंडरटेकिंग के साथ सजा की भी मांग की, लेकिन कोर्ट ने इस मांग को खारिज कर दिया और केवल अंडरटेकिंग को ही स्वीकार किया। आपको बता दे कि वर्ष 2018 के मामले में झारखंड के चाईबासा न्यायालय के समक्ष आज होने वाली सुनवाई पर पूरे देश की निगाहें टिकी हैं। देखना महत्वपूर्ण होगा कि कोर्ट उनकी जमानत याचिका पर क्या फैसला लेता है।