Lucknow Desk : रामजन्मभूमि में काफी हद तक काम पूरा हो गया। जानकारी के मुताबिक 60 फीसदी तक काम हो गया। मंदिर की ज़मीन बन कर तैयार हो गई है। बताया जा रहा है कि यह देश का पहला ऐसा मंदिर होगा, जिसके मुख्य द्वार के नीचे से होकर श्रद्धालु मुख्य गेट तक पहुंचेंगे। सिंहद्वार से पहले गोपुरम का भी निर्माण कराया जाना है। गोपुरम परकोटे का प्रवेश द्वार होगा जबकि सिंहद्वार मंदिर का प्रवेश द्वार होगा। परकोटे से होकर मंदिर तक श्रद्धालुओं को आना होगा। मंदिर के चोरों और परिधि में भूतल से 48 फीट ऊंचे परकोटे का अविष्कार जारी है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मंदिर की सुरक्षा के लिए ये बड़ी बात होगी।
खास तकनीकी का भी प्रयोग किया जाएगा
राम मंदिर में खास तकनीकी का भी प्रयोग किया जाएगा। ड्रोन हमले से राम मंदिर को बचाने के लिए यहाँ पहली बार एंटी ड्रोन तकनीकी भी देखने को मिलेगी।
बता दें इसके अतिरिक्त बैग स्कैनर, डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर, हैंड फ्रैम मेटल डिटेक्टर, उच्च क्षमता वाले सीसीटीवी कैमरे, व्हीकिल स्कैनर आदि लगना प्रस्थापित है। तकनीकी उपकरणों का संचालन केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल संभालेगा। राम मंदिर की सुरक्षा के लिए सिक्योरिटी आडिट भी सीआइएसएफ ने किया।
प्रमुख अवसरों पर डेढ़ लाख श्रद्धालु पहुंचेंगे
बताया गया कि प्रमुख अवसरों रामनवमी, सावन मेला, कार्तिक मेला आदि में राममंदिर में करीब एक से डेढ़ लाख श्रद्धालु पहुंचेंगे। ऐसे में पूजा के दौरान जो भक़्त परिक्रमा करेंगे और परकोटे में जाएंगें उनके बीच कोई टकराव न हो इसके लिए टनल का निर्माण कराया जा रहा है। श्रद्धालुओं को सिंहद्वार से प्रवेश देते हुए भीड़ अधिक होने की स्थिति में इसी टनल से बाहर निकाला जाएगा।