महाराष्ट्र: महाराष्ट्र की राजनीति से हर दिन कुछ नई तस्वीरें सामने आ रही है। बता दे कि महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने डिप्टी सीएम अजित पवार से मुलाकात की है। ये मुलाकात अजित पवार के ऑफिस में हुई। NCP से अलग होने के बाद से अजित पवार विरोधी नेताओं से मुलाकात कर रहे है। उन्होंने शरद पवार से तीन बार मुलाकात की है। अब डिप्टी सीएम के बाद अजित पवार पहली बार उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे से मुलाकात की है। जिसकी तस्वीरों ने सबका ध्यान अपनी ओर खींच लिया है।
उद्धव ठाकरे ने मुलाकात की दी जानकारी
बता दे कि उद्धव ठाकरे और अजित पवार की ये मुलाकात NCP से अलग होने के बाद पहली बार है। इस मुलाकात के बाद उद्धव ठाकरे ने कहा कि बैठक के दौरान उन्होंने अजित पवार से राज्य के नागरिकों और किसानों पर ध्यान देने का आग्रह किया है। आगे उन्होंने कहा कि अजित पवार ने मेरे साथ ढाई साल तक काम किया है, इसलिए मुझे उनके चरित्र का पता है।
मुलाकात से राजनीति गर्म
बता दे कि दोनों नेताओं की मुलाकात से महाराष्ट्र की राजनीति गरमा गई है। दरअसल, अजित पावर मंगलवार को NDA की बैठक में शामिल हुए थे। वहां से लौटने के बाद उन्होंने उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। अब देखना ये होगा कि दोनों की मुलाकात के बाद से राजनीति में कौन-सा नया रंग आता है।
तीन दिन शरद पवार से मिले अजित
शरद पवार की पत्नी प्रतिभा पवार की तबियत खराब चल रही है। अजित पवार अपनी चाची प्रतिभा पवार (शरद पवार की पत्नी) का हाल जानने के लिए 15 जुलाई को सिल्वर ओक गए थे। इस मुलाकात के बाद अजित पवार ने कहा था कि राजनीति अलग है और परिवार अलग है। अजित पवार और उनके मंत्रियों ने 6 जुलाई को वाईबी चव्हाण सेंटर में शरद पवार से मुलाकात की और उनसे माफी मांगी, फिर समर्थन और आशीर्वाद भी मांगा। हालांकि, शरद पवार ने अजित पवार और उनके मंत्रियों को कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद 17 जुलाई को एकबार फिर अजित पवार अपने विधायकों संग शरद पवार से मिलने के लिए पहुंच गए थे। इसके बाद से राजनीति में एक सवाल उठाने लगे कि आखिर अजित पवार, शरद पवार से क्यों मुलाकात कर रहे हैं।
अजित ने कर दी थी बगावत
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में NCP में बगावत के बाद महाराष्ट्र का सियासी पारा चढ़ा हुआ है। 2 जुलाई को अजित पवार और उनके समर्थक विधायकों ने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री पद की शपथ ली थी। अजित पवार के साथ कुल नौ NCP विधायक महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे की सरकार में मंत्री बने है। इसके दो हफ्ते बाद अजित पवार, छगन भुजबल, धंनजय मुंडे समेत सभी नौ एनसीपी नेताओं को विभाग बांट दिया गया।
दो हिस्सों में बंट चुकी है दोनों पार्टियां
बता दें कि शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी दोनों पार्टियां, दो हिस्सों में बंट चुकी हैं। एक तरफ जहां शिवसेना का एक गुट महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का साथ मौजूद है। वहीं, दूसरा गुट उद्धव ठाकरे के साथ मौजूद है। इसी तरह एनसीपी का एक गुट शरद पवार के साथ खड़ा है, वहीं, एनसीपी के कई नेता अजित पवार के साथ मौजूद हैं।