Lucknow Desk : आज चंडीगढ़ नगर निगम की 325वीं बैठक थी। जिसमें बैठक के दौरान जबरदस्त हंगामा हो गया। दरअसल एक महीना पहले आम आदमी पार्टी ने गोवा टूर पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। जिसमें कहा था कि यह टूर पार्षदों को रिश्वत दी जा रही है। उन्होंने भ्रष्टाचार और चोरी जैसे कई आरोप लगाए थे। इस मामले को लेकर मंगलवार को भाजपा ने आम आदमी पार्टी के 8 पार्षदों से माफी की मांग की। मेयर की तरफ से कहा गया कि अगर यह पार्षद माफी नहीं मांगेंगे तो उन सभी को सस्पेंड कर दिया जाएगा।
आम आदमी पार्टी ने कहा कि शहर की सांसद किरण खेर ने पिछली सदन की बैठक में आम आदमी पार्टी के पार्षद को गाली दी थी, पहले उन्हें माफी मांगनी चाहिए। इसी बात पर हंगामा हो गया। आखिर में मेयर अनूप गुप्ता ने सभी 8 पार्षदों को सस्पेंड कर दिया। मार्शलों ने आप पार्षदों को उठाकर सदन से बाहर किया।
भाजपा-कांग्रेस के पार्षदों ने जमकर हंगामा किया
बता दें कि गोवा टूर को लेकर आम आदमी पार्टी के पार्षद दमन प्रीत के बयान को लेकर भाजपा-कांग्रेस के पार्षदों ने जमकर हंगामा किया। वह उनके बयान के पोस्टर को लेकर वेल तक पहुंच गए। इसके बाद आप के सभी पार्षदों ने भी वेल में पहुंचकर इसका विरोध किया। इस दौरान उन्होंने मेयर और कमिश्नर की तरफ कांच की चूड़ियां भी फेंकी।
8 पार्षदों को सदन से सस्पेंड
इसी के साथ हंगामा बढ़ता देखकर आप के 8 पार्षदों को सदन की कार्यवाही से सस्पेंड कर दिया और उन्हें मार्शल बुलाकर सदन से बाहर निकाल दिया गया। इससे पहले बैठक में शामिल होने के लिए वार्ड 23 की पार्षद प्रेमलता खुद को जंजीरों में कैद होकर पहुंची। मीटिंग में मणिपुर हिंसा का मुद्दा भी उठाया गया। इसके बाद आम आदमी पार्टी ने चंडीगढ़ की सांसद किरण खेर के लापता होने का मुद्दा उठाया।
BJP नेता को वेंडिंग साइट अलॉट का विरोध
हाउस की मीटिंग में BJP नेता रविंद्र टिम्मा को सेक्टर-22 में वेंडिंग साइट अलॉट होने का जमकर विरोध हुआ। आप, कांग्रेस के साथ शिरोमणि अकाली दल के पार्षदों ने सदन में इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया। इसको लेकर सदन में कुछ देर तक हंगामा होता रहा।
आप पार्षद लाडी को जब मार्शल पकड़ कर ले जा रहे थे तो विरोध में लाडी ने कांच की पानी की बोतलों पर हाथ मार कर उन्हें तोड़ दिया। वहीं पार्षद प्रेम लता ने चूड़ियां निकाल कर मेयर के टेबल पर फेंक दी। उसके बाद बाकी बचे आम आदमी पार्टी के पांच पार्षद खुद अपनी सीट से उठकर चले गए और सदन का बहिष्कार किया।