नई दिल्ली: यौन उत्पीड़न मामले में बृजभूषण शरण सिंह को जमानत मिल गई है। लेकिन उनकी मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। भारतीय कुश्ती महासंघ के आगामी चुनाव के निर्वाचक मंडल से उनका नाम हटा दिया गया है। बृजभूषण के साथ-साथ बेटे करण प्रताप और दामाद आदित्य सिंह का नाम भी निर्वाचक मंडल से हटा दिया गया है। हालांकि, उनके दूसरे दामाद विशाल सिंह का नाम है, जो बिहार कुश्ती संघ के अध्यक्ष के रूप में अपने राज्य की तरफ से निर्वाचक मंडल में शामिल हैं।
WFI का चुनाव कौन लड़ सकता है
जानकारी के अनुसार, WFI का चुनाव केवल वो लोग ही लड़ सकते हैं, जो निर्वाचक मंडल में शामिल होते हैं। वोट करने का अधिकार भी निर्वाचक मंडल में शामिल लोगों को ही होता है। इस तरह से अगर देख जाए तो बृजभूषण शरण सिंह, उनके बेटे करण प्रताप सिंह और दामाद आदित्य सिंह WFI का आगामी चुनाव नहीं लड़ सकते हैं। हालांकि, यहां पर साफ़ कर दें कि बृजभूषण वैसे भी अब WFI के प्रेसिडेंट पद का चुनाव नहीं लड़ सकते हैं, क्योंकि वो अधिकतम तीन बार (12 साल तक) अध्यक्ष रह चुके हैं।
संविधान का हुआ उल्लंघन
WFI के संविधान के अनुसार, राज्यों की कार्यकारी समिति के सदस्यों को ही चुनाव में मतदाता सूची में शामिल किया जा सकता है। WFI संविधान के अनुसार, मान्यता प्राप्त इकाई केवल अपनी कार्यकारी समिति के सदस्य को चुनाव में प्रतिनिधित्व के लिए नॉमिनेट कर सकती है। लेकिन इस बार लिस्ट में ऐसे लोगों को नॉमिनेट किया गया है, जो राज्य संस्थाओं का हिस्सा नहीं हैं। जिसके वजह से WFI के संविधान का उल्लंघन माना जा रहा है।
चुनाव में शामिल नाम
गौरतलब है कि इस बार WFI निर्वाचक मंडल की लिस्ट में यौन उत्पीड़न के मामले में बृजभूषण सिंह के खिलाफ गवाह देने वालों का नाम शामिल है। यौन उत्पीड़न के मामले में बृजभूषण सिंह के खिलाफ गवाह देने वाली अनीता श्योराण का नाम शामिल है। अनीता ओडिशा के प्रतिनिधि के रूप में शामिल हुई हैं। राष्ट्रमंडल खेल 2010 की स्वर्ण पदक विजेता 38 साल की अनीता हरियाणा की रहने वाली हैं और राज्य पुलिस में नौकरी करती हैं। वहीं गुजरात के प्रतिनिधि के तौर पर प्रेम चंद लोचब का नाम शामिल किया गया है। प्रेम रेलवे खेल प्रमोशन बोर्ड (RSPB) के सचिव हैं। वहीं हरियाणा के होटल व्यवसायी देवेंदर कादियान असम के प्रतिनिधि होंगे।
महाराष्ट्र और त्रिपुरा का कोई प्रतिनिधि नहीं होगा शामिल
बता दे कि WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण और राज्य संघ का उपाध्यक्ष उनका बेटा करण चुनाव का हिस्सा नहीं है, लेकिन WFI के निवर्तमान अध्यक्ष का दामाद विशाल सिंह चुनावों में बिहार का प्रतिनिधित्व करेगा। महाराष्ट्र और त्रिपुरा का कोई प्रतिनिधि चुनाव में नहीं होगा। निर्वाचन अधिकारी ने महाराष्ट्र के दोनों गुटों के दावों को खारिज कर दिया जबकि त्रिपुरा की 2016 से ही मान्यता रद्द है। प्रत्येक राज्य इकाई से दो प्रतिनिधियों को मतदान करने की अनुमति दी जाएगी।
पहलवानों की मांग हुई पूरी
दरअसल, महिला पहलवानों ने धरना प्रदर्शन के दौरान खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात की थी। इस दौरान बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट ने मांग की थी कि बृजभूषण के परिवार से कोई भी चुनाव में शामिल नहीं हो। जानकारी के अनुसार, पहलवानों की मांग को खेल मंत्री ने स्वीकार कर लिया था।