लखनऊ: 2024 लोकसभा चुनाव से पहले सपा को एक और झटका लग सकता है। दरअसल, कौशाम्बी जिले के चायल सीट से सपा विधायक पूजा पाल समेत दो विधायक भाजपा में शामिल हो सकते है। बता दे कि बहुजन समाज पार्टी से सपा में शामिल हुई थी। अब यह खबर तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है कि पूजा पाल भाजपा में शामिल हो सकती है। हालांकि इनकी तरफ से अभी तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
कौशाम्बी सीट से भाजपा को मिली थी हार
बता दे कि 2022 विधानसभा चुनाव में कौशांबी की तीनों सीटों पर भाजपा को करारी हार मिली थी। सिराथू सीट से प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को हार का सामना करना पड़ा था। केशव प्रसाद मौर्य को सपा की पल्लवी पटेल ने पराजित किया था। इसी तरह मंझनपुर सीट से सपा के राष्ट्रीय महासचिव इंद्रजीत सरोज ने जीत दर्ज की थी, जबकि चायल सीट से पूजा पाल ने भाजपा-अपना दल के प्रत्याशी नागेंद्र सिंह पटेल को हराया था। पूजा पाल बसपा के टिकट पर इलाहाबाद शहर पश्चिमी सीट से दो बार 2007 और 2012 में विधायक रह चुकी हैं।
शादी के नौ दिन बाद हुयी थी पति की हत्या
पूजा पाल कौशांबी चायल से समाजवादी पार्टी की विधायक हैं। पूजा पाल का मकान कटघर मोहल्ले में है। इनकी पढ़ाई लिखाई यहीं से हुई। 16 जनवरी 2005 को पूजा पाल की शादी बसपा नेता राजू पाल के साथ की गई। राजू पाल उस समय इलाहाबाद पश्चिमी से बहुजन समाज पार्टी के विधायक चुने गए थे। शादी के बाद से ही पूजा पाल अपने ससुराल धूमनगंज के उमरपुर नींवा गांव में रह रही थीं। राजू पाल के विधायक बनने के बाद ही खतरा बढ़ने लगा था। शादी के मात्र 9 दिन बाद ही राजू पाल की हत्या कर दी गई। मामले में माफिया अतीक अहमद और उसके गैंग के शामिल होने के बाद इस घटना को अंजाम दिया गया था। हालांकि पूजा पाल पति के हत्यारों को सजा दिलाने के साथ-साथ राजनीति कैरियर में भी अपनी जोर आजमाइश करते हुए आज इस मुकाम पर पहुंच गई।
बसपा से शुरु किया था सफर
राजू पाल की हत्या के बाद 2005 के उपचुनाव में पूजा पाल को बहुजन समाज पार्टी ने उम्मीदवार बनाया था, लेकिन वह चुनाव हार गई थी। 2007 के विधानसभा चुनाव में पूजा पहली बार इलाहाबाद पश्चिमी सीट से विधायक बनीं और उन्होंने जीत हासिल की थी। 2017 में भी भारतीय जनता पार्टी के चुनाव लड़ रहे सिद्धार्थ नाथ सिंह को पूजा पाल ने कांटे की टक्कर दी थी, लेकिन पूजा पाल को हार का सामना करना पड़ा और सिद्धार्थ नाथ सिंह चुनाव जीत गए थे। इसी के बाद 2022 में पूजा पाल ने सपा ज्वाइन किया और चावल सीट से दावेदारी की जिसके बाद वहां से उन्होंने जीत दर्ज कराई और विधायक बन गई।
चुनाव से पहले राजनीति करवट बदलने लगे
2024 लोकसभा चुनाव को देखते हुए अब राजनीति करवट बदलने लगी है। 2024 से पहले पार्टी अपनी मजबूती के लिए मजबूत विधायकों को अपने खेमें में करना शुरू कर दिया है। उधर दारा सिंह के एक बार फिर से पार्टी में आने के बाद राजनीती गरमा गई है। तो वहीं भारतीय जनता पार्टी ने समाजवादी पार्टी के दो और कद्दावर विधायकों को तोड़ने में लगी हुई है। समाजवादी पार्टी के दो विधायक भाजपा में शामिल होने की तैयारी में है।