वाराणसी: आज यानी शनिवार को ज्ञानवापी परिसर में ASI सर्वे का दूसरा दिन है। इस सर्वे में ASI के कुल 40 सदस्य मौजूद है। इन सदस्यों को 4 टीमों में बांटा गया है। बता दे कि ASI का टीम परिसर के बाहरी हिस्से का सर्वे कर रही है। इसके अलावा ASI की एक टीम परिसर के अंदर के स्थान का सर्वे कर रही है। वहीं, ASI की एक टीम सीढ़ियों की मदद से गुम्बद के अंदर सर्वे कर रही है, जबकि एक टीम को पश्चिमी दीवार के सर्वे की जिम्मेदारी मिली है।
दीवार और गुंबद की गई मैपिंग
ASI की टीम की जांच को लेकर हिंदू पक्ष के वकील सुधीर त्रिपाठी और सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने बताया कि आज के सर्वे में परिसर के पश्चिमी दीवार और गुंबद के नीचे के इलाके की मैपिंग की गई है। आज ASI टीम को मस्जिद की चाबी दी गई है। ऐसे में परिसर में आकृति मिली है। हालांकि, दोनों ही वकीलों ने बताया कि किसी भी तरह की धार्मिक आकृति मिलने की खबर बेबुनियाद है। आज पूरे दिन सर्वे काम किया गया है। जो सुबह से शाम 5 बजे तक जारी रहा।
सर्वे में कराई जा रही है फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी
ज्ञानवापी परिसर में ASI की टीमें जो जांच कर रही उन सबकी फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी करवाई जा रही है। कुछ जगहों पर मशीनों की मदद से साक्ष्य भी जुटाए जा रहे हैं। टीम ज्ञानवापी के मस्जिद की दीवारों और पिलरों की दूरियां को भी नाप रही है। हर खंड में कितने पिलर मौजूद हैं, उनकी संख्या की गिनती करने का काम भी चल रहा है। ज्ञानवापी परिसर में चारों कोनों पर डायल टेस्ट इंडिकेटर लगाए गए हैं। इससे सतह का माप किया गया है। डेप्थ माइक्रोमीटर से परिसर के अलग-अलग हिस्सों का माप किया जा रहा है। इसी आधार पर टीम ने परिसर की आकृति पर आंकड़े दर्ज किए गए है। टीम की तरफ से पूरे परिसर की आकृति कागज पर तैयार की गई है। इसके अलावा, परिसर व उसके क्षेत्र की कोडिंग का काम भी हुआ है।
मुस्लिम पक्ष भी हुआ शामिल
वहीं, ज्ञानवापी परिसर में सर्वे के समय सरकारी वकील राजेश मिश्रा भी मौजूद रहें। शुक्रवार को भी वह मौके पर पूरे दिन मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि शनिवार को परिसर में सर्वे के दौरान मुस्लिम पक्ष भी शामिल रहा। हालांकि, शुक्रवार को जब सर्वे का काम शुरू किया गया, तो उस वक्त मुस्लिम पक्ष शामिल नहीं था। मुस्लिम पक्ष के अधिवक्ता तौहीद खान ने बताया कि शनिवार को सर्वे के दौरान अधिवक्ता अखलाक और मुमताज सहित मुस्लिम पक्ष के पांच लोग एएसआई टीम के साथ मौजूद हैं।
कड़ी सुरक्षा के बीच कराई जा रही है सर्वे
गौरतलब है कि ज्ञानवापी सर्वे कड़ी सुरक्षा में कराई जा रही है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि दूसरे दिन के सर्वेक्षण कार्य के लिए भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई इसके अलावा बड़ी संख्या में पुलिस बल भी मौजूद की गई। ज्ञानवापी परिसर में वैज्ञानिक सर्वेक्षण यह तय करने के लिए किया जा रहा है कि 17वीं शताब्दी में बनी इस मस्जिद का निर्माण एक हिंदू मंदिर के ढांचे के ऊपर तो नहीं किया गया है।