Lucknow Desk : पूर्व मंत्री गोपाल कांडा की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। बुधवार सुबह छह बजे से ईडी की टीम उनके गुरुग्राम स्थित घर और ऑफिस में रिकॉर्ड खंगालने में जुटी है। कड़ी सुरक्षा के बीच किसी को भी घर से बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है। ईडी की छापेमारी को लेकर तरह-तरह की बातें की जा रही हैं।
हरियाणा लोकहित पार्टी के मुखिया गोपाल कांडा सिरसा से विधायक हैं। गोपाल कांडा हरियाणा की भाजपा और जजपा गठबंधन सरकार को बाहर से समर्थन दे रहे हैं। उनके भाई गोविंद कांडा भारतीय जनता पार्टी में हैं। बता दें कि एयरहोस्टेस गीतिका शर्मा मर्डर केस में बरी हुए थे। कांडा पर एयरहोस्टेस गीतिका को खुदकुशी के लिए उकसाने, सबूतों को नष्ट करने और आपराधिक षडयंत्र का आरोप था। बाद में कोर्ट ने अरुणा चड्ढा को इसमें आरोपी बनाया था।
आखिर कौन है गोपाल कांडा
आपको बता दे कि कौन हैं गोपाला कांडा के राजनीतिक करियर की शुरुआत साल 2009 से होती है। इस साल उन्हें इनेलो से टिकट नहीं मिला था, तो उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा। वह 6 हजार से अधिक वोटों से चुनाव जीत गए थे। गोपाल कांडा ने हरियाणा लोकहित पार्टी के नाम से अपना सियासी दल बना रखा है। 2019 के विधानसभा चुनाव में कांडा ने सिरसा विधानसभा सीट से अपनी पार्टी के टिकट पर जीत दर्ज की थी। हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों में किसी को बहुमत नहीं मिलता दिख रहा था और बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर रही थी। ऐसे में कांडा ने बिना शर्त बीजेपी को समर्थन का ऐलान किया था।