Lucknow Desk : पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की पूर्व नेता और संघीय मंत्री शिरीन मजारी ने आरोप लगाया कि सादे कपड़े पहने पुलिस कर्मचारियों और कुछ अन्य लोगों ने रविवार रात को उनकी बेटी का अपहरण कर लिया। इमान मजारी एक रात पहले ही पाकिस्तानी सेना के खिलाफ इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की रैली में शामिल हुई थी। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तानी सेना को आतंकवादी करार दिया था। इस रैली में पीटीआई समर्थकों की भारी भीड़ उमड़ी थी। रैली में जेल में बंद इमरान खान को जल्द से जल्द रिहा कराने की मांग की गई। इस रैली में इमरान खान की पार्टी के कई बड़े नेता शामिल हुए थे।
राज्य फासीवाद का कृत्य करार
पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया है कि पुलिसकर्मियों और कुछ लोगों ने रातभर उनकी बेटी इमान जैनब मजारी-हाजिर के घर पर छापेमारी की। उसके बाद उसका अपहरण कर लिया। मजारी ने इसे राज्य फासीवाद का कृत्य करार दिया है।
शिरीन मजारी ने लगाया आरोप
शिरीन मजारी ने आरोप लगाया कि रात को सादी वर्दी में आए पुलिसकर्मियों ने उनकी बेटी का अपहरण कर लिया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि महिला पुलिसकर्मी और कुछ सादे कपड़े पहने लोग, हमारे घर का दरवाजा तोड़कर मेरी बेटी को उठाकर ले गए हैं। उन्होंने हमारे सिक्योरिटी कैमरों, लैपटॉप और बेटी का फोन छीन लिया है। जब हमने उनसे पूछा कि वे किसके लिए आए हैं तो उन्होंने इमान को बाहर खींच लिया। उन्होंने पूरे घर की जांच की। मेरी बेटी अपने रात के कपड़ों (नाइट ड्रेस) में थी। उसने कपड़े बदलने के लिए कहा लेकिन वे उसे खींचकर ले गए। उनके पास कोई वारंट नहीं था और न ही किसी तरह की कानूनी प्रक्रिया का पालन किया गया। यह सरकार की तानाशाही है। याद रखें कि हम घर पर दो महिलाएं रहती हैं। यह एक तरह का अपहरण है।
हिंसा के बाद छोड़ दी पार्टी
प्रमुख पीटीआई नेता और पूर्व संघीय मंत्री शिरीन मजारी ने 9 मई की हिंसा के मद्देनजर पीटीआई और राजनीति छोड़ दी थी। गौरतलब है, हिंसा पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद भड़की थी।
नौ मई की घटनाओं के बाद से मजारी को कई बार गिरफ्तार किया गया है। अदालत से रिहाई मिलने के बाद उन्हें बिना नंबर प्लेट वाले वाहन में ले जाया गया। नौ मई को खारियान में पार्टी समर्थकों को भड़काने के मामले में पुलिस ने मजारी को कोर्ट में पेश किया था।