Lucknow Desk : मिजोरम के सैरांग इलाके के पास एक निर्माणाधीन रेलवे पुल गिरने से बुधवार को कम से कम 17 मजदूरों की मौत हो गई।अधिकारियों ने यह जानकारी दी। रेलवे और पुलिस अधिकारियों के मुताबिक अब तक 17 शव बरामद किए जा चुके हैं। आपको बता दें कि बताया गया है कि यह हादसा साइरांग इलाके के पास हुआ।
पुलिस के मुताबिक, घटना के वक्त इलाके में 35-40 लोग थे। इन सभी लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है। फिलहाल एनडीआरएफ, राज्य सरकार और रेलवे अधिकारियों की टीम राहत-बचाव कार्य चला रही है। नौ लोगों को अब तक मलबे से निकाला जा चुका है। इन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
दुर्घटनास्थल पर कई अन्य श्रमिकों के फंसे होने की आशंका है। बुधवार सुबह जब दुर्घटना हुई तब लगभग 40 मजदूर वहां मौजूद थे। कुरुंग नदी पर बैराबी को सैरांग से जोड़ने वाला रेलवे पुल निर्माणाधीन था। दुर्घटनास्थल आइजोल से करीब 21 किमी दूर है।
बता दें की घटना आइजोल से 21 किमी दूर सुबह 10 बजे के करीब घटी। अब तक सभी मृतकों का शव निकाला जा चुका है। वहीं, कुछ और लोगों को ढूंढने की कोशिश की जा रही है। रेलवे अफसरों का कहना है कि इस पुल के निर्माण की प्रक्रिया आईआईटी एक्सपर्ट द्वारा मान्य की गई थीं। हालांकि, हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए एक उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया गया है।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने जताया दुःख
रेलवे पुल ढह जाने से हुई मौतों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है और मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे की घोषणा की। प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट के मुताबिक पीएम मोदी ने कहा, "मिजोरम में पुल हादसे में लोगों की मौत से दुखी हूं। जिन्होंने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति मैं संवेदनाएं प्रकट करता हूं। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
आगे प्रधानमंत्री ने कहा कि, घटनास्थल पर राहत व बचाव अभियान जारी है और प्रभावितों को हरसंभव सहायता पहुंचाई जा रही है। उन्होंने इस हादसे में जान गंवाने वालों के परिजन के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से प्रत्येक को 2 लाख रुपये की मुआवजा राशि देने की घोषणा की। हादसे में घायल हुए हर व्यक्ति को 50 हजार रुपये दिए जाएंगे।