लखनऊ: 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा तेज हो गई है। वहीं बसपा के विपक्षी गठबंधन इंडिया में शामिल होने को लेकर चर्चा तेज है। लेकिन इस बात को खारिज करते हुए बसपा सुप्रमो मायावती ने साफ कर दिया है बसपा विपक्षी गठबंधन इंडिया में शामिल नहीं होगी। सुप्रीमो मायावती ने कहा कि वह आगामी चार राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के विधानसभा चुनाव व लोकसभा चुनाव 2024 के लिए किसी भी गठबंधन में भी शामिल नहीं होंगी। उन्होंने ऐलान किया है कि बसपा अकेले ही चुनाव में खड़ी होंगी।
सुप्रीमो मायावती ने किया ऐलान
सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट करते हुए कहा कि एनडीए व इण्डिया गठबंधन अधिकतर गरीब-विरोधी जातिवादी, साम्प्रदायिक, धन्नासेठ-समर्थक व पूंजीवादी नीतियों वाली पार्टियां हैं जिनकी नीतियों के विरुद्ध बीएसपी अनवरत संघर्षरत है और इसीलिए इनसे गठबंधन करके चुनाव लड़ने का सवाल ही पैदा नहीं होता। अतः मीडिया से अपील-नो फेक न्यूज प्लीज।
मायावती ने 2007 के विधानसभा चुनाव का उदाहरण देते हुए कहा कि बसपा आगामी चुनाव अकेले लड़ेगी। वहीं बीएसपी, विरोधियों के जुगाड, जोड़तोड़ से ज्यादा समाज के टूटे-बिखरे हुए करोड़ों उपेक्षितों को आपसी भाईचारा के आधार पर जोड़कर रखी है। आगामी लोकसभा तथा चार राज्यों में विधानसभा का आमचुनाव लड़ेगी। इसी क्रम में उन्होंने कहा कि मीडिया बार-बार कोई भ्रान्तियां न फैलाए।
उन्होंने आगे कहा कि वैसे तो बीएसपी से गठबंधन के लिए यहां सभी आतुर, किन्तु ऐसा न करने पर विपक्षी द्वारा खिसयानी बिल्ली खंभा नोचे की तरह भाजपा से मिलीभगत का आरोप लगाते हैं। इनसे मिल जाएं तो सेक्युलर न मिलें तो भाजपाई। यह घोर अनुचित तथा अंगूर मिल जाए तो ठीक वरना अंगूर खट्टे हैं, की कहावत जैसी।
इसके अलावा, बीएसपी से निकाले जाने पर सहारनपुर के पूर्व विधायक कांग्रेस व उस पार्टी के शीर्ष नेताओं की प्रशंसा में व्यस्त हैं, जिससे लोगों में यह सवाल स्वाभाविक है कि उन्होंने पहले यह पार्टी छोड़ी क्यों और फिर दूसरी पार्टी में गए ही क्यों? ऐसे लोगों पर जनता कैसे भरोसा करे?
जारी है विपक्ष की बैठक
दरअसल, विपक्षी गठबंधन इंडिया की 31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में हो रही बैठक में मायावती के शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे। उनके बयान से अब यह स्पष्ट हो गया है कि वह इस बैठक में शामिल नहीं हो रही हैं। सुप्रीमो मायावती ने ऐलान कर दिया है ताकि अफवाह नहीं फैलाया जाए।