Lucknow Desk : शुक्रवार देर रात आए भूकंप ने बहुत लोगो की जान ले ली है। जी हां , कभी अपने सुना है की भूकंप की इतनी तेजी की आवाज होगी। लेकिने इसी आवाज ने कई लोगो की जान ली है। बता दें की भूकंप में मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 2000 के पार चला गया है। भूकंप के चलते मोरक्को में भारी नुकसान हुआ है, जिससे उबरने में मोरक्को को लंबा समय लगेगा। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार, मोरक्को में 6.8 मैग्नीट्यूड का भूकंप आया। इस भूकंप का केंद्र माराकेश से 72 किलोमीटर दूर दक्षिण पश्चिम में था। मोरक्को सरकार ने बताया कि भूकंप में अभी तक 2012 लोगों की मौत हुई है और 2059 लोग घायल हैं। इनमें से 1404 लोगों की हालत गंभीर है। ऐसे में माना जा रहा है कि मृतकों का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है।
जानकारी के मुताबिक कासाब्लांका और राबत शहरों में भी आवाजे सुनी गई है। इसी के सटक तेज झटके भी महसूस किए गए। आपको बता दें की एक बुजुर्ग महिला ने बताया कि वह लोग सो रहे थे, जब अचानक से उन्होंने दरवाजे बजने की आवाजें सुनीं। वह इससे घबरा गईं और तुरंत घर से बाहर निकल गईं। बताया जा रहा है कि बीते 120 सालों में यह उत्तर अफ्रीकी देश मोरक्को का सबसे तेज भूकंप था।
कई लोग सदमें में
बताते चले की भूकंप के बाद प्रभावित इलाकों में लोग अभी भी सदमे में हैं। मोरक्को की सरकार ने बताया कि संसाधनों को इकट्ठा कर प्रभावित इलाकों में मदद भेजी गई है। लोगों से अपील की गई है कि वह रक्तदान करें। सेना ने फील्ड अस्पताल बनाकर लोगों का इलाज शुरू कर दिया है। मोरक्को में भूकंप से भारी नुकसान हुआ है लेकिन अभी तक इसका आकलन किया जा रहा है।
प्रधान मंत्री ने भी दुःख जाहिर किया
पीएम मोदी ने शनिवार को जी20 बैठक के दौरान ही मोरक्को के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की थी। अब अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी बयान जारी कर कहा है कि वह मोरक्को में भूकंप से हुए जान-माल के नुकसान से दुखी हैं और उन्होंने मोरक्को की सरकार को हरसंभव मदद की बात कही है। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी दुख व्यक्त किया है। पोप फ्रांसिस ने भी अपनी संवेदनाएं जाहिर की हैं।