kolkata

डेगू का कहर : 10 साल की बच्ची की डेगू से मौत

Lucknow Desk : दिल्ली में यमुना नदी  का पानी तो धीरे-धीरे कम हो रहा है, लेकिन डेंगू और मलेरिया के मामले धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं। महानगर से एक ऐसी ख़बर आ रही है। जिसे सुनाने के बाद बाद हर कोई डर गया है। डेंगू का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। महानगर में एक बच्ची की मौत हो गई। वजह डगू.....  मृत बच्ची का नाम पल्लवी दे है। वह वार्ड 66 अंतर्गत पिकनिक गार्डेन इलाके की रहने वाली थी। बच्ची को गुरुवार 20 जुलाई को इंस्टिट्यूट ऑफ चाइल्ड हेल्थ में भर्ती कराया गया था। स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान बच्ची को एनएस 1 पॉजिटिव पाया गया। सूत्रों के अनुसार बच्ची की स्थिति काफी गंभीर थी।

जानकारी के मुताबिक रविवार की रात बच्ची की हालत काफी गंभीर हो गई। डॉक्टरों ने फौरन बच्ची का इलाज शुरू किया पर उसे बचाया नहीं जा सका। अस्पताल द्वारा जारी मृत्यु प्रमाण पत्र में बच्ची की मौत का कारण डेंगू और मल्टी ऑर्गन डिसफंक्शन दर्शाया गया है। उल्लेखनीय है कि कोलकाता में डेंगू के प्रकोप से इस साल यह पहली मौत है। ऐसे में डेंगू के मामले क्यों ज्यादा आ रहे हैं और इससे बचाव कैसे करें यह जानना बेहद जरूरी है। 

निगम के हालिया के रिकार्ड के मुताबिक, छह सालों में इस साल 15 जुलाई तक डेंगू के सबसे ज्यादा मामले आए हैं। जुलाई में डेंगू के 160 से ज्यादा मामले आए। बता दें कि डेगू के प्रकोप से हर कोई डारा हुआ है। हर किसी को ये बात साता रही है कि अब कौन इसकी चपेट में आ जाएं।

दरअसल, बारिश के मौसम में वायरल बुखार, सर्दी-जुकाम के अलावा डेंगू और मलेरिया जैसी जानलेवा बीमारियों का डर बना रहता है. डेंगू और मलेरिया दोनों ही ऐसी बीमारियां हैं, जो मच्छरों के काटने से फैलती हैं. यह दोनों बीमारी भले ही मच्छरों से फैलती हैं, लेकिन यह आपके शरीर को अलग-अलग तरह से बीमार करती है। इस बीमारी में मरीज की हड्डियों में बेहद दर्द होता है। यह मच्छरों के काटने से इंसानों में फैलता है। 

यह बीमारी न फैले इसके लिए घर के आसपास सफाई और पानी जमा न होने दें.वहीं, अगर आप डेंगू या मलेरिया की चपेट में आ गए हैं तो इस दौरान बीमारी के लक्षणों को हल्के में लेने की गलती न करें और फौरन डॉक्टर से जांच करवाएं।  अगर बुखार आए तो खुद से ईलाज न करें. इसके साथ ही एस्प्रिन और ब्रूफिन जैसी प्रतिबंधित दवा न लें। 


Comment As:

Comment (0)