परिजन विमल यादव के हत्यारे की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।

Bihar : दैनिक अखबार के पत्रकार विमल यादव की हत्या के आरोप में 4 संदिग्ध गिरफ्तार

Lucknow Desk : मालूम हो कि 18 अगस्त की सुबह 5 बजे रानीगंज थाना क्षेत्र में प्रेमनगर साधुआश्रम वार्ड संख्या 05 निवासी पत्रकार विमल यादव को घर से बाहर बुलाकर उनकी गोली मार हत्या कर दी गई थी। 2019 में विमल यादव के छोटे भाई की भी अपराधियों ने गोली मार हत्या कर दी गई थी। मृत पत्रकार विमल यादव को भी कुछ महीने पहले से गोली मार देने की धमकी मिल रही थी। वह अपने भाई के मर्डर केस में इकलौते गवाह थे। बाइक सवार 4 अज्ञात अपराधियों ने हत्या की है। पत्रकार विमल के 15 साल का बेटे और 13 साल की बेटी है।

वहीं आपको बता दें कि अररिया में पत्रकार विमल यादव की हत्या मामले में पुलिस ने 4 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। साथ ही इन चारों की निशानदेही के आधार पर अन्य आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है। पत्रकार विमल यादव के पिता ने इस मामले में 8 लोगों पर नामजद FIR दर्ज करवाई थी। पूर्णिया प्रमंडल के IG सुरेश चौधरी ने कहा कि इसमें मामले में स्पेशल टीम का गठन किया गया है। 4 अलग-अलग टीम इस मामले में शामिल सभी आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है। कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। 

अररिया पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच में कहा कि हत्या से पता चलता है कि "पत्रकार विमल यादव की उसके पड़ोसियों के साथ पुरानी दुश्मनी थी। आशंका है कि इसी मामले को लेकर वारदात को अंजाम दिया गया है। परिजनों का कहना है कि सुपौल जेल में बंद रूपेश ने ही हत्या की साजिश रची थी। उसने जेल से ही हत्या की सुपारी दी थी। 

अररिया में पत्रकार की हत्या मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यह बहुत दुख की बात है। मुझे इसकी जानकारी मिली तो मैंने तुरंत अधिकारियों को कहा कि घटना के संबंध में पता करें। यहां आने से पहले मैंने ये खबर देखी है। कैसे एक पत्रकार की इस तरह हत्या हो जाती है, अधिकारी इसको देख रहे हैं। इस मामले में शामिल सभी दोषियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी का निर्देश दिया है। 


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