
Bihar चुनाव से पहले सियासत तेज, सीट बंटवारे को लेकर दिल्ली में होगी NDA की बड़ी बैठक
Lucknow Desk: बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 होने वाले हैं। चुनाव से पहले सभी दल अपनी- अपनी तैयारियों में जुटे हैं। इसी बीच केंद्रीय मंत्री अमित शाह 3 सितंबर को दिल्ली में बड़ी बैठक बुलाई है। इस बैठक में दोनों डीप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल और केंद्रीय गृह मंत्री नित्यानंद राय समेत कई बड़े नेता शामिल होंगे। चुनाव को लेकर यह बैठक की जा रही है। जल्द ही बिहार चुनाव की तारीखों का भी ऐलान किया जाएगा।
यह बैठक सीट शेयरिंग पर “फाइनल डील” के तौर पर देखा जा रहा है। ऐसे में एनडीए का फोकस साफ तौर पर विकास बनाम अराजकता की लड़ाई है।
एक बार फिर पीएम मोदी का बिहार दौरा
बता दें, पीएम मोदी बिहार चुनाव से पहले कई बार दौरा कर चुके हैं। इसी कड़ी में एक बार फिर पीएम मोदी 13 सितंबर को बिहार दौरा करेंगे। इस बार वह पूर्णिया एयरपोर्ट का उद्धाटन करेंगे। इससे पहले वह 2 सितंबर यानी कल वर्चअली करोंड़ो का सौगात बिहार को सौंपेंगे। वहीं दूसरी तरफ राज्य में NDA का कार्यकर्ता सम्मेलन भी जारी है। जिसमें RJD के सहयोगी दल के कार्यकर्ता व नेता भी शामिल हैं। इस सम्मेलन के माध्यम से लोगों व जनता को नीतीश सरकार की उपलब्धियों को बताया जा रहा है और लालू यादव के कथिक जंगलराज को याद दिलाया जा रहा है।
2020 में एनडीए ने 125 सीटों पर की बहुमत हासिल
2020 के विधानसभा चुनाव की बात करें, तो एनडीए ने 125 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया था। बीजेपी को 74 सीटों मिली थी, वहीं JDU को 43 पर ही संतोष करना पड़ा था। वहीं मांझी की ‘हम’ ने 7 में से 4 सीटें और मुकेश सहनी की वीआईपी ने 11 में से 4 सीटें जीती थीं। लेकिन इस बार सियासत के समीकरण को बदला हुआ है क्योंकि मुकेश सहनी अब महागठबंधन के साथ हैं, वहीं चिराग पासवान और उपेंद्र कुशवाहा एनडीए खेमे में लौट आए हैं।
बहरहाल, सितंबर की शुरुआत से ही बिहार की सियासत गरमा गई है। एक तरफ राहुल गांधी की “मतदाता अधिकार यात्रा” ने महागठबंधन को ऊर्जा दी है, तो वहीं दूसरी ओर अमित शाह और पीएम मोदी की एंट्री ने एनडीए खेमे को जोश से भर दिया है।