
Madhya Pradesh में दलित युवक की पीट-पीटकर हत्या, मृतक की मां को किया निर्वस्त्र!
सागर: मध्य प्रदेश के सागर जिले से दिल को दहला देने वाला मामला सामने आया है। जिसे सुन आपके भी होश उड़ जाएंगे। एक दलित युवक को पीट पीटकर हत्या कर दी गई। आरोपियों ने युवक की मां को भी निर्वस्त्र कर पीटा। दरअसल, कुछ दिनों पहले मृतक की बहन के साथ आरोपियों ने छेड़छाड़ की थी। जिसके बाद केस दर्ज कराया गया था। आरोपी पीड़ित परिवार पर यौन उत्पीड़न केस वापस लेने का दबाव बना रहे थे।
कहां का है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार, ये मामला खुरई देहात थाना क्षेत्र के बरोदिया नौनागिर का है। यहां गुरुवार रात कुछ दबंगों ने दलित युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। बीच-बचाव करने आई मृतक की मां को निर्वस्त्र पीटा था। यह घटना सामने आने के बाद पुलिस ने 9 नामजद और चार अन्य आरोपियों के खिलाफ हत्या समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया। पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
क्या है पूरा मामला
बता दे कि पीड़ित की बहन ने 2019 में यौन उत्पीड़न के मामले में केस दर्ज कराया था। इस मामले को गुरुवार को आरोपियों से वापस नहीं लेने की बात पर बहस हुई। जिसके बाद आरोपियों ने पीड़ित की पीट पीटकर हत्या कर दी। दरअसल, 18 साल के पीड़ित नितिन अहिरवार को उसकी बहन द्वारा दर्ज कराए गए यौन उत्पीड़न के मामले को वापस लेने से इनकार करने पर पीट पीटकर मार दिया गया। आरोपी पीड़िता की बहन पर शिकायत वापस लेने को दबाव बना रहा था।
आरोपी विक्रम सिंह ठाकुर ने पहले पीड़ित के घर में तोड़फोड़ की और फिर उसकी हत्या कर दी। जब पीड़ित की मां ने बीच-बचाव करने गई तो उसने निर्वस्त्र कर दिया। पुलिस ने मुख्य संदिग्ध समेत आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। ग्राम प्रधान के पति समेत कुछ आरोपी अभी भी फरार है। पुलिस टीम आरोपियों को पकड़ने के लिए तालाशी कर रही है। नौ आरोपियों को नामजद और तीन-चार अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
पीड़ित की बहन ने क्या कहा?
फिलहाल पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए एक टीम बनाई है। एडिशनल एसपी संजीव उइके के अनुसार, मुख्य आरोपी नौ लोगों के खिलाफ धारा 307 के तहत मामला दर्ज किया गया है। अस्पताल में पीड़ित की मौत के बाद धारा 302 और एससी-एसटी एक्ट भी लगाया गया है। एक आरोपी कोमल सिंह अभी भी फरार है। पीड़ित की बहन के अनुसार, कोमल सिंह, विक्रम सिंह और आजाद सिंह सहित आरोपी उसके घर आए और उन्हें यौन उत्पीड़न का मामला वापस लेने के लिए मनाने की कोशिश करने लगे। जब मां ने इनकार कर दिया तो उन्होंने उसे धमकी देना शुरु कर दी और तोड़फोड़ शुरु की।