
Delhi Air Pollution: दिल्ली-NCR की हवा हुई जहरीली, कई इलाकों का AQI 500 के करीब
Lucknow Desk: दिल्ली की हवा एक बार फिर लोगों को जीना मुश्किल कर दी है। प्रदूषण की समस्या के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बता दे कि सर्दियों का सीजन आते ही दिल्ली में प्रदूषण बढ़ जाता है। तापमान कम होने के कारण हवा का घनत्व बढ़ जाता है। जिसके कारण समस्याएं बढ़ जाती है।
पिछले कुछ समय से बारिश न होने के कारण प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। जैसे ही सर्दियों का मौसम शुरू होता है वायुमंडल में तापमान कम होता है तो प्रदूषित हवा का घनत्व बढ़ जाता है। इस मौसम में हवा कम चलती है जिसकी वजह से प्रदूषण ठहर सा गया है।
प्राइमरी स्कूलल दो दिन के लिए बंद
बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने अगले दो दिन दिल्ली में सभी सरकारी और प्राइवेट प्राइमरी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है। दिल्ली के सभी स्कूल नर्सरी से क्लास 5 के लिए दो दिन के लिए बंद कर दिए गए हैं। शिक्षा निदेशालय ने कहा है कि 3 और 4 नवंबर को प्री स्कूल, प्री प्राइमरी और प्राइमरी स्कूल यानी नर्सरी से लेकर क्लास 5 तक के स्टूडेंट्स के लिए स्कूल बंद रहेंगे। शिक्षा निदेशालय ने कहा है कि ऑनलाइन क्लासेज रखी जाएं।
इन इलाकों में एक्यूआई 400 के आस-पास
दिल्ली में कई जगह का एयर क्वाेलिटी इंडेक्से (AQI) 500 के पास पहुंच चुका है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) का मीटर 500 से ज्यादा AQI नहीं दिखाता है। नोएडा में भी AQI 400 से ज्याशदा है। वहीं दूसरी तरफ वजीरपुर में 394, बवाना में 392, जहांगीरपुरी में 390, सोनिया विहार में 387, बुराड़ी क्रॉसिंग में 383, पंजाबी बाग में 382, ओखला फेज-2 में 367, अशोक विहार में 317, नरेला में 372, द्वारका सेक्टर-8 में 356 समेत 29 इलाकों में एक्यूआई बेहद खराब श्रेणी में दर्ज किया गया।
दिल्ली ही नहीं एनसीआर की हवा भी खराब
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में ग्रेटर नोएडा का सबसे अधिक वायु गुणवत्ता सूचकांक दर्ज किया गया। यहां एक्यूआई 375 रहा, जोकि बेहद खराब श्रेणी है। इसके अलावा फरीदाबाद में 320, गाजियाबाद में 251, नोएडा में 339 और गुरुग्राम में 254 एक्यूआई दर्ज हुआ।
दिल्ली में अक्तूबर-नवंबर में हवा की गुणवत्ता खराब क्यों?
दिल्ली की लगातार वायु गुणवत्ता संकट के पीछे के कई कारण हैं। पहला प्रमुख कारण वायु प्रदूषक है जिसके चलते हवा प्रदूषित होती है। इन वायु प्रदूषणों में पराली जलाना, वाहन उत्सर्जन, निर्माण कार्य से उठने वाली धूल, औद्योगिक प्रदूषण, पटाखे और लैंडफिल की आग शामिल हैं।