
CBSE का बड़ा फैसला, अब साल में दो बार होगी 10वीं की बोर्ड परीक्षा
Lucknow Desk: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 2026 से कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षाओं के तरीके में बड़ा बदलाव करने का ऐलान किया है। अब 2026 से कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार आयोजित की जाएगी। यह बदलाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के अनुरूप किया गया है। इस ऐलान का उद्देश्य छात्रों के लिए परीक्षा के दबाव को कम करना और उन्हें बेहतर प्रदर्शन का अवसर देना है।
इस बात की जानकारी CBSE एग्जाम कंट्रोलर संयम भारद्वाज ने दी है। उन्होंने बताया कि साल 2026 में दो बार कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा आयोजित करने के मानदंडों को मंजूरी दे दी है। कक्षा 10 के छात्रों के लिए बोर्ड परीक्षा के पहले चरण में उपस्थित होना जरूरी है, इसके अलावा दूसरा चरण वैकल्पिक होगा। पहले चरण के परिणाम अप्रैल में और दूसरे चरण के परिणाम जून में घोषित होंगे। वहीं मेरिट सर्टिफिकेट दूसरी परीक्षा के बाद जारी किया जाएगा। दोनों बोर्ड परीक्षाओं में छात्रों का विषय बदलने की अनुमति नहीं होगी। बोर्ड ने यह सुविधा वैकल्पिक तौर पर शुरू की है।
छात्रों को विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान और भाषा जैसे मुख्य विषयों में से किसी भी तीन विषयों में नंबर सुधारने का विकल्प मिलेगा। इसका मतलब ये है कि छात्र केवल उन्हीं विषयों की परीक्षा दोबारा देंगे, जिनमें वे अपनी पहली कोशिश से संतुष्ट नहीं हैं।
बता दें, CBSE ने इस बदलाव से पहले फरवरी 2025 में ड्राफ्ट नियम जारी कर सभी हितधारकों से सुझाव मांगे थे। इन सुझावों के आधार पर ही यह नया पैटर्न तैयार किया गया है।
CBSE का यह नया फैसला बोर्ड परीक्षा को ज्यादा लचीला और छात्र-केंद्रित बनाता है। अब छात्र अपनी गलतियों को सुधारने और बेहतर प्रदर्शन करने के लिए दो मौके पा सकेंगे, जिससे परीक्षा का तनाव कम होगा और आत्मविश्वास बढ़ेगा।