G20 Summit

G20 Summit: G20 ग्रुप बना G21, अफ्रीकी देशों का समूह भी हुआ शामिल

Lucknow Desk: राजधानी दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन चल रहा है। इस सम्मेलन में अफ़्रीकन यूनियन को स्थायी सदस्य के रूप में शामिल किया गया है। बता दे कि पहले दिन G20 सम्मेलन में पीएम मोदी ने अफ्रीकन यूनियन को आधिकारिक रूप से शामिल किए जाने का ऐलान किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि सभी की सहमति के साथ अफ़्रीकन यूनियन G20 का स्थायी सदस्य बनने जा रहा है। पीएम के इस ऐलान के बाद पूरा भारत मंडपम तालियों से गूंज उठा। इसके अलावा वहां बैठे सभी नेताओं ने तालिया बजाकर इस कदम का स्वागत किया।

अफ़्रीकन यूनियन को G20 में बनाया गया स्थायी सदस्य

अफ़्रीकन यूनियन को G20 में स्थायी सदस्य के रूप में शामिल करने के ऐलान के बाद पीएम मोदी ने अफ्रीकी यूनियन के अध्यक्ष अजाली असौमनी को गले लगाकर बधाई दी। पीएम मोदी के ऐलान के बाद भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर अफ्रीकी यूनियन के अध्यक्ष अजाली असौमनी को साथ लेकर आए थे।

खास अंदाज में अजाली असौमनी को दी बधाई

दरअसल, यूरोपियन संघ के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए कहा था कि भारत सरकार द्वारा प्रस्तावित अफ्रीकी संघ की G20 सदस्यता को यूरोपियन यूनियन का समर्थन है। भारत सरकार के इस प्रस्ताव का मिशेल ने स्वागत किया था। पीएम मोदी के ऐलान के बाद अफ्रीकी यूनियन अब औपचारिक रूप से G20 का स्थायी सदस्य बन गया है। इसके साथ ही पीएम ने अजाली असौमनी को गले लगाकर बधाई दी।

G20 अब हो सकता है G21

बता दे कि अफ्रीकी यूनियन, जिसमें 55 देश शामिल हैं, उस अब आधिकारिक तौर पर स्थायी सदस्य के रूप में ग्रुप ऑफ ट्वेंटी (G20) में शामिल हो गया है। यह एक महत्वपूर्ण कदम है जिसका उद्देश्य कम विकसित और विकासशील देशों को ज्यादा प्रभाव देना है।

पीएम नरेंद्र मोदी ने भारत द्वारा आयोजित G20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के पहले दिन बोलते हुए, G20 परिवार में अफ्रीकी यूनियन का स्वागत करने पर अपना सम्मान व्यक्त किया। उनका मानना है कि यह जुड़ाव G20 को मजबूत बनाएगा और वैश्विक दक्षिण के देशों को एक मजबूत आवाज देगा।

अफ्रीकी यूनियन अध्यक्ष और कोमोरोस के राष्ट्रपति अज़ाली असौमानी को मोदी ने G20 में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था। यह अफ्रीकी यूनियन को यूरोपीय यूनियन के बाद शामिल होने वाला दूसरा क्षेत्रीय ग्रुप बनाता है।

दरअसल, पीएम मोदी ने बार-बार इस बात पर जोर दिया है कि अफ्रीका भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और भारत वैश्विक मामलों में सभी दृष्टिकोणों को शामिल करने के विचार का समर्थन करता है।

भारत ने अभी तक किसी भी अफ्रीकी देश के साथ व्यापार समझौते पर साइन नहीं किया है, लेकिन वह पांच सदस्यीय दक्षिण अफ्रीकी सीमा शुल्क यूनियन (SACU) सहित अफ्रीकी देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते (FTA) के विचार के लिए तैयार है। भारत सौर ऊर्जा, स्टार्टअप और डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे सहयोग के नए क्षेत्रों की खोज करके अफ्रीका के साथ अपने आर्थिक संबंधों का विस्तार और विविधता लाने पर भी विचार कर रहा है।


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