ISRO

Chandrayaan 3 Landing: क्या ISRO के वैज्ञानिकों को 17 महिने से नहीं मिली सैलरी?, जानें क्या बोले कंग्रेस नेता दिग्विजय सिंह?

नई दिल्ली: 23 अगस्त शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रमा के साउथ पोल पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग हो गई। चंद्रयान की सफल लैंडिंग कराकर ISRO ने इतिहास रच दिया है। इसके साथ ही भारत दुनिया का पहला देश बन गया है जो चांद के साउथ पोल पर पहुंचा है। इस बीच कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने ISRO के वैज्ञानिकों के वेतन को लेकर एक विवाद छेड़ दिया है। दिग्विजय सिंह ने बुधवार को दावा किया कि इसरो के वैज्ञानिकों को पिछले 17 महीनों से वेतन नहीं मिला है। उनके इस बयान को प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो ने खंड किया। प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो ने बताया कि ISRO के वैज्ञानिको हर महिने सैलरी मिलती है।

क्या बोले दिग्विजय सिंह?

दिग्विजय सिंह ने कहा,"हमें गर्व है कि इसरो वैज्ञानिक चंद्रयान की कामयाब लैंडिंग की कोशिश कर रहे हैं। हम ईश्वर से उनकी सफलता के लिए दुआ करते हैं। लेकिन अखबारों में खबरें हैं कि इसरो के वैज्ञानिकों को 17 महीने से वेतन नहीं मिला है। प्रधानमंत्री को इस पर भी ध्यान देना चाहिए।

भाजपा के IT सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कहा?

चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग से पूरे देश में उत्साह है। इस पर भाजपा के IT सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि जिस दिन ISRO भारत पको गौरावान्वित करने जा रहै है, उस दिन दिग्विजय सिंह ने फर्जी खबरें फैलाने का काम किया है। कंग्रेस प्रधानमंत्री मोदी से नफरत करती है, लेकिन भारत से और ज्यादा नफरत करती हैं, क्योंकि आत्मविश्वास से भरा भारत कभी कंग्रेस के लिए वोट नहीं करेगा। उन्होंने कहा- जब भारत चंद्रयान-3 का जश्न मना रहा है तब कांग्रेस को विलाप कर रही है।

प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो ने दिया जवाब

16 अगस्त को प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो ने राजनीतिक विश्लेषक तहसीन पूनावाला के दावे को खारिज किया था। एक कार्यक्रम के दौरान पूनावाला ने भी दावा किया था कि ISRO के वैज्ञानिकों को बीते तीन सालों से सैलरी नहीं मिली है। ISRO ने इस दावे को गलत बताया था और कहा था कि हर महीने के अंत में वैज्ञानिकों को सैलरी मिलती है।


Comment As:

Comment (0)