
COVID-19 JN.1 Variant: जेएन.1 सब वैरिएंट कितना खतरनाक, जानें डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने क्या कहा?
Lucknow Desk: देश में कोरोना वायरस के जेएन.1 वैरिएंट के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है। बढ़ते मामलों के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की। इस दौरान WHO की पूर्व मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन का कहना है कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है। अभी सिर्फ वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट के रूप में दर्ज किया है। वहीं उन्होंने कहा कि वैरिएंट ऑफ कंसर्न करार दिए जाने तक इससे घबराने की जरूरत नहीं है। लेकिन अभी लापरवाही नहीं करें।
बता दे कि भारत में बीते पांच सप्ताह से कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज मिला था। इसके बाद नया उप स्वरूप जेएन.1 पाया जा रहा है, लेकिन अब इसके प्रसार में वृद्धि होती दिखाई दिया। बीते एक सप्ताह में जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए आए मरीजों के सभी सैंपल में ये नया वैरिएंट उप स्वरूप मिला है। वर्तमान में दुनिया के 40 से अधिक देशों में जेएन.1 वैरिएंट मिला है। इसके साथ ही देश के 11 राज्यों में कोरोना बढ़ रहा है।
जेएन.1 सब वैरिएंट क्या है?
दरअसल, जेएन.1 सब वैरिएंट की पहचान पहली बार अगस्त में की गई था। यह ओमिक्रॉन का सब वैरिएंट BA.2.86 व्यापाक रुप से नहीं फैला था। बता दे कि 2022 की शुरुआत में BA.2.86 ही कोरोना के मामलों में वृद्धि का कारण था। BA.2.86 व्यापक रूप से नहीं फैला था, लेकिन इसने विशेषज्ञों को चिंतित कर दिया था।