Manipur Violence

Manipur Violence: मणिपुर दौरे पर जाएंगे I.N.D.I.A के सांसद, स्थिति का लेंगे जायजा

नई दिल्ली: देश में मणिपुर हिंसा चर्चा में है। इसके अलावा मानसून सत्र जब से शुरु हुआ है तब से संसद में भी मणिपुर हिंसा को लेकर हंगामा शुरु है। इसी क्रम में विपक्षी दल केंद्र के मोदी सरकार को लेकर लगातार घेर रही है। वहीं मंगलवार को विपक्षी दलों ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया, जिस पर सदन में चर्चा के लिए मंजूरी दे दी गई। इस बीच जानकारी मिली है कि 26 राजनीतिक पार्टियों वाले विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A के सांसद 29-30 जुलाई को हिंसा प्रभावित राज्य मणिपुर का दौरा कर सकते हैं। 
 

वहीं कांग्रेस नेता मणिकम टैगोर ने बताया कि 20 से अधिक सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल इस सप्ताह के अंत में मणिपुर का दौरा करेगा और राज्य की स्थिति का जायजा लेगा। टैगोर ने कहा कि विपक्षी सांसद काफी समय से हिंसा प्रभावित मणिपुर का दौरा करना चाहते थे लेकिन वहां के हालात को देखते हुए उन्हें अनुमति नहीं दी गई। राहुल गांधी ने बीते दिनों मणिपुर का दौरा किया था।
 

मणिपुर जल रहा है- संजय राउत
मणिपुर हिंसा ने पूरे देश को झंकझोर कर रख दिया है। विपक्षी दल इस मुद्दे पर विपक्ष सरकार पर लगातार हमलावर है। शिवसेना (उद्धव) नेता संजय राउत ने प्रधानमंत्री को निशाने पर लेते हुए कहा कि 'बीते आठ दिनों से विभिन्न राजनीतिक पार्टियां पीएम मोदी का ध्यान मणिपुर के मुद्दे की तरफ लाने की कोशिश कर रही हैं। लेकिन प्रधानमंत्री इस पर बोलना नहीं चाहते है। संजय राउत ने कहा कि 'यह राज्य का नहीं बल्कि पूरे देश का मुद्दा है। मणिपुर जल रहा है और लोग मर रहे हैं। हम प्रधानमंत्री मोदी से अपील करते हैं कि वह आगे आकर इस मुद्दे पर बोलें। हम उन्हें जवाब नहीं देंगे और सिर्फ उनकी बात सुनेंगे।'

 

विपक्ष दलों ने चर्चा की उठाई मांग
दरअसल, विपक्षी दल संसद में मणिपुर पर पीएम नरेन्द्र मोदी के बयान और चर्चा की मांग कर रहे हैं। इसी क्रम में लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया, जिस पर सदन में चर्चा के लिए मंजूरी दे दी गई है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला सभी दलों के नेताओं से बातचीत करने के बाद इस प्रस्ताव पर चर्चा के लिए तारीख तय करेंगे। ये विपक्षी दलों की पीएम मोदी को मणिपुर पर बयान देने के लिए मजबूर करने की एक कोशिश है।  

 

इसी बीच विपक्षी सांसदों ने गुरुवार 27 जुलाई को राज्यसभा में काले कपड़े पहनकर विरोध जताया है। तमाम विपक्षी सांसद काले कपड़े पहनकर ही संसद पहुंचे। इस दौरान सभी ने जमकर नारेबाजी भी की, वहीं केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने विपक्षी सांसदों को जवाब देते हुए कहा कि इनका कल, आज और भविष्य भी काला है। 

मणिपुर हिंसा तीन महिनों से जारी
बता दे कि मणिपुर में 3 मई से जातीय हिंसा जारी है। मणिपुर के मैतई समुदाय द्वारा जनजातीय आरक्षण देने की मांग को लेकर यह हिंसा की शुरुआत हुई थी। जिसमें अभी तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा संसद का मानसून सत्र शुरू होने से एक दिन पहले ही मणिपुर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें लोगों की भीड़ दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाती दिख रही थी। इस घटना को लेकर पूरे देश में गुस्सा देखा गया। तभी से विपक्ष इस मुद्दे को लेकर सरकार को घेर रहा है।

 


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