
Uttarakhand : आम जनता पर एक बार फिर बिजली की मार..... लगेगा फिर झटका
Lucknow Desk : उत्तर प्रदेश में एक बार फिर आम जनता पर बिजली का झटका लग सकता है। क्यों की धीरे - धीरे साल खत्म होने को आ रहा है। इसी के साथ आम जनता पर एक बार तगड़ा झटका लगने जा रहा है। बता दें की यूपीसीएल ने इस साल बिजली खरीद और अन्य मदों में 1200 करोड़ अतिरिक्त खर्च कर दिए हैं।
वहीं आपको बताते चले की जिसकी भरपाई अब उपभोक्ताओं से की जाएगी। अब यूपीसीएल नए साल के टैरिफ की याचिका तैयार करने में जुटा है, जिसके लिए निगम ने कंसलटेंट की नियुक्ति कर दी है।
वहीं यूपीसीएल की हाल में हुई बोर्ड बैठक में यह तथ्य सामने आया कि निगम इस साल 1200 करोड़ रुपये अतिरिक्त खर्च की वजह से घाटे में है। निगम ने तय किया कि आगामी टैरिफ प्रस्ताव में इस घाटे की भरपाई की गुहार सरकार से लगाई जाएगी।
इसी के साथ यूपीसीएल ने नया टैरिफ प्रस्ताव तैयार कराने के लिए कंसलटेंट की नियुक्ति कर दी है। अब यह विशेषज्ञ यूपीसीएल के टैरिफ में बढ़ोतरी का प्रस्ताव तथ्यों के साथ तैयार करेंगे। इसके बाद बोर्ड बैठक में यह प्रस्ताव पास किया जाएगा।
इसके बाद निगम, विद्युत नियामक आयोग में इसकी याचिका दायर करेगा। नियामक आयोग जनसुनवाई के बाद टैरिफ प्रस्ताव पर निर्णय लेगा। जितना घाटा हुआ है, उस हिसाब से नए साल में एक अप्रैल से लागू होने वाले नए टैरिफ में बिजली के दाम बढ़ने की संभावना है।
इससे पहले राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने बताया था कि बिजली कंपनियां की लाइन हानियां अधिक हैं। इस आधार पर बिजली दरों को बढ़वाना चाहती हैं। आयोग ने 2020-21 में 11.08 प्रतिशत और 2022-23 में 10.67 प्रतिशत वितरण हानियों पर बिजली दर का निर्धारण किया था। इस बार पावर कॉरपोरेशन की कोशिश है कि आयोग से 2023-24 और 2024-25 के लिए आरडीएसएस में प्रस्तावित 13 से 15 प्रतिशत वितरण हानियों को स्वीकृत करवाकर उसी के आधार पर बिजली दर में बढ़ोतरी प्रस्ताव दिया जाए।