
Pakistan के नए प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक
Pakistan के नए प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक, जानें कौन हैं अनवर-उल-हक?
पाकिस्तान: पाकिस्तान में शनिवार को शहबाज शरीफ सरकार के इस्तीफे के बाद कार्यवाहक सरकार का गठन हो गया। सरकार और विपक्षी दलों के बीच समझौते के बाद अनवर-उल-हक कक्कर को देश के कार्यवाहक प्रधानमंत्री चुना गया है।
इससे पहले, पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने हाल ही में इस्तीफा देने वाले प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ और नेशनल असेंबली में विपक्ष के निवर्तमान नेता राजा रियाज को शनिवार तक कार्यवाहक प्रधान मंत्री की नियुक्ति पर निर्णय लेने का निर्देश दिया। इस्लामाबाद में दोनों नेता अनवर के नाम पर सहमत हुए।
बता दे कि 9 अगस्त को पाकिस्तान में नेशनल असेंबली भंग होने के बाद, कार्यवाहक प्रधान मंत्री का निर्धारण करने के लिए प्रधान मंत्री शाहबाज़ शरीफ और राजा रियाज़ के बीच कई बैठकें हुईं। शरीफ ने कल राजधानी इस्लामाबाद में कहा कि वह और राजा रियाज 12 अगस्त (शनिवार) तक इस स्थिति पर आपसी सहमति बना लेंगे।
साथ ही शरीफ ने यह भी कहा, 'कार्यवाहक प्रधानमंत्री के चयन पर अंतिम फैसला लेने से पहले गठबंधन सहयोगियों को भी विश्वास में लिया जाएगा। मुझे शुक्रवार को रियाज़ से मिलना था, लेकिन किसी कारण से वो मुलाक़ात नहीं हो सकी।
राष्ट्रपति ने लिखा था पत्र
राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने शहबाज शरीफ और राजा रियाज को लिखे पत्र में कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री शरीफ की सलाह पर बुधवार को नेशनल असेंबली भंग कर दी। साथ ही उन्होंने कहा, अनुच्छेद-224ए के तहत नेशनल असेंबली भंग होने के तीन दिन के भीतर शरीफ और रियाज संयुक्त रूप से कार्यवाहक प्रधानमंत्री पद के लिए एक नेता का नाम तय करेंगे।
कौन हैं अनवर-उल-हक?
अनवर-उल-हक को 2018 में बलूचिस्तान से एक निर्दलीय सांसद के रूप में चुना गया था। इस तरह वह 2024 तक सांसद रहने वाले हैं। इमरान खान, शहबाज शरीफ, शाह महमूद कुरैशी की तरह पाकिस्तान की जनता के बीच अनवर उतने लोकप्रिय नेता नहीं हैं। लेकिन वह पाकिस्तान के सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण माने जाने वाले प्रांत बलूचिस्तान से आते हैं। बलूचिस्तान की राजनीति में वह काफी सक्रिय रहते हैं।
अनवर ने 2018 में ही बलूचिस्तान आवामी पार्टी (BAP) को लॉन्च किया। BAP और पाकिस्तानी सेना के करीबी संबंध हैं। माना जा रहा है कि कहीं न कहीं इस वजह से ही अनवर को कार्यवाहक पीएम बनाया गया है। अनवर पाकिस्तान के कई सारी समितियों का हिस्सा भी रह चुके हैं। इसमें वित्त और राजस्व, विदेशी मामलों और साइंस एंड टेक्नोलॉजी से जुड़ी समितियां शामिल हैं।
पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री 2018 में गठित बलूचिस्तान अवामी पार्टी के लिए संसदीय नेता की भूमिका भी निभा चुके हैं। उन्होंने पांच साल तक पार्टी का नेतृत्व किया। पांच महीने पहले ही BAP ने नए नेतृत्व का चुनाव करने का फैसला किया था। अनवर के पास मनोविज्ञान और राजनीति विज्ञान की डिग्रियां भी हैं। राजनीति में आने से पहले वह अक्सर ही यूनिवर्सिटी में बलूचिस्तान को लेकर लेक्चर दिया करते थे।