
चच्चू नाम से सदन में फेमस हुए Shivpal Yadav, बोले- बीजेपी का काम ही है नाम बदलना...
Lucknow Desk: उत्तर प्रदेश में जिले के नाम बदलने का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में मुजफ्फरनगर का नाम बदलने को लेकर चर्चा तेज है। जिस पर समाजवादी पार्टी के सीनियर नेता Shivpal Yadav ने योगी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग केवल नाम बदलते हैं, कहीं मेरा- तुम्हारा नाम नहीं बदल दें। सदन में तो मेरा नाम बदले हैं, हमेशा चच्चू-चच्चू का माला जपते रहते हैं।
वहीं Shivpal Yadav ने कहा कि बीजेपी के लोग जनता में भ्रम फैलाते हैं, सदन में झूठ बोलते हैं। असल में कुछ मुद्दे राजनीति नहीं होते हैं, मुख्यमंत्री उसे जबरन मुद्दा बना देते हैं। वहीं सीएम द्वारा लोहिया पर दिए गए बयान पर Shivpal Yadav ने कहा कि आपको लोहिया जी के तथाकथित भक्त बनकर उनकी सीख को अपने हिसाब से तोड़ना- मरोड़ना बंद कीजिए। आप लोग रामराज्य की दुहाई देते हैं, लेकिन असल में टैक्सराज, डरराज और झूठराज चला रहे हैं।
मुजफ्फरनगर का नाम बदलने की मांग
बता दें, उत्तर प्रदेश विधानसभा परिषद में बीजेपी के एमएलसी और प्रदेश उपाध्यक्ष मोहित बेनीवाल ने मुजफ्फरनगर का नाम बदलने की मांग की। इस दौरान उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर का नाम बदलकर लक्ष्मीनगर कर दिया जाए। बेनीवाल ने आगे कहा कि ये मुद्दा जनभावना से जुड़ा है और इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए। उनकी इस मांग से सियासी पारा हाई है। सपा समेत विपक्ष दल इस मांग का विरोध कर रहे हैं। वहीं बीजेपी को नाम बदलने वाली सरकार करार दिया।
मुजफ्फरनगर का नाम बदलने पर बोले डिप्टी सीएम
वहीं उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने मुजफ्फरनगर का नाम बदलने की मांग पर कहा कि सभी सदस्यों का अधिकार है अपनी बात रखने का। वहीं अंसल मामले पर डिप्टी सीएम ने कहा कि चोर के दाढ़ी में तिनका है। वहीं संभल वाले मामले पर डिप्टी सीएम ने कहा कि विरासत और विकास हमारी प्राथमिकता है, हम इस पर आगे बढ़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिवपाल यादव पर कसा तंज
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा नेता शिवपाल यादव पर तंज कसते कहा कि चुनाव जीतने का तरीका चच्चू से बेहतर कौन जान सकता है। पहले जैसी करारी हार का सामना हुआ है। 2027 में वही नजारा फिर से देखने को मिलेगा। योगी ने कहा कि सदन में सपा ने उपचुनाव की चर्चा की लेकिन उनके यहां तो चुनाव एक्सपर्ट शिवपाल यादव है। चच्चू से ज्यादा चुनाव कैसे जीते जा सकते है, इसको कौन जान सकता हैं। ये तो हम लोगों ने भी देखा है, बहुत नजदीक से महसूस किया है। इसलिए वो सबको उपदेश दे रहे हैं।
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