Breaking News:
Mayawati

Mayawati के फैसले पर Akash Anand का आया पहला रिएक्शन, जानें क्यों बोले आकाश?

Lucknow Desk: बहुजन समाज पार्टी में इस समय जमकर बवाल चल रहा है। बसपा सुप्रीमो मायावती यूपी विधानसभा चुनाव 2027 को लेकर लगातार एक्शन में दिख रही हैं। बसपा सप्रीमो पहले अपने संमधी को पार्टी से बाहर की, इसके बाद बीते रविवार को अपने भतीजे और बसपा नेशनल कोऑर्डिनेटर Akash Anand को पार्टी से बाहर कर दी हैं। इस दौरान बसपा सुप्रीमो ने कहा कि जब तक वो जिंदा हैं, उनका कोई उत्तराधिकारी नहीं होगा। इस फैसले पर Akash Anand का पहला रिएक्शन सामने आया है।

आकाश आनंद ने किया पोस्ट

Mayawati के एक्शन पर सोशल मीडिया X पर आकाश आनंद ने लिखा- मैं परमपूज्य आदरणीय बहन कु. मायावती जी का कैडर हूं, और उनके नेतृत्व में मैने त्याग, निष्ठा और समर्पण के कभी ना भूलने वाले सबक सीखे हैं, ये सब मेरे लिए केवल एक विचार नहीं, बल्कि जीवन का उद्देश्य हैं। आदरणीय बहन जी का हर फैसला मेरे लिए पत्थर की लकीर के समान है, मैं उनके हर फैसले का सम्मान करता हूं उस फैसले के साथ खड़ा हूं।

आदरणीय बहन कु. मायावती जी द्वारा मुझे पार्टी के सभी पदों से मुक्त करने का निर्णय मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से भावनात्मक है, लेकिन साथ ही अब एक बड़ी चुनौती भी है, परीक्षा कठिन है और लड़ाई लंबी है।

ऐसे कठिन समय में धैर्य और संकल्प ही सच्चे साथी होते हैं। बहुजन मिशन और मूवमेंट के एक सच्चे कार्यकर्ता की तरह, मैं पार्टी और मिशन के लिए पूरी निष्ठा से काम करता रहूंगा और अपनी आखिरी सांस तक अपने समाज के हक की लड़ाई लड़ता रहूंगा।

कुछ विरोधी दल के लोग ये सोच रहे हैं कि पार्टी के इस फैसले से मेरा राजनीतिक करियर समाप्त हो गया, उन्हें समझना चाहिए कि बहुजन मूवमेंट कोई करियर नहीं, बल्कि करोड़ों दलित, शोषित, वंचित और गरीबों के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान की लड़ाई है।

यह एक विचार है, एक आंदोलन है, जिसे दबाया नहीं जा सकता। इस मशाल को जलाए रखने और इसके लिए अपना सब कुछ न्यौछावर करने के लिए लाखों आकाश आनंद हमेशा तैयार हैं।

Mayawati के इस फैसले पर सपा और बीजेपी ने क्या कहा?

गौरतलब है कि बसपा सुप्रीमो मायवाती के इस फैसले से हर कोई परेशान है। वहीं विपक्ष इस पूरे मामले को पार्टी का अंदरुनी मामला बता रहा है। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव ने कहा कि वो उनकी पार्टी का आंतरिक मामला है, उसमें मैं क्या बोलूं और ये वो जाने और भाजपा जानें। वहीं इस मामले पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि बसपा की आंतरिक समस्या है, भाजपा की समस्या नहीं सरकार को जो करना चाहिए हम कर रहे हैं।

Mayawati ने क्यों लिया ऐसा फैसला?

दरअसल, Mayawati ने अपने इस फैसले के लिए Akash Anand के ससुर और पूर्व राज्यसभा सांसद अशोक सिद्धार्थ को जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाया कि अशोक सिद्धार्थ पार्टी में गुटबाजी कर रहे थे और संगठन को कमजोर करने की साजिश रच रहे थे। मायावती ने आगे कहा कि अशोक सिद्धार्थ ही आकाश आनंद के राजनीतिक करियर को बर्बाद करने के पीछे हैं।

वहीं मायावती ने भतीजे Akash Anand को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया है और भाई आनंद कुमार को नेशनल कोआर्डिनेटर बनाया है। इतना ही नहीं, मायावती ने राज्यसभा सांसद रामजी गौतम की जिम्मेदारी बढ़ाई और अब वह भी अब नेशनल कोऑर्डिनेटर होंगे।


Comment As:

Comment (0)