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Sunita Williams Return

Sunita Williams Return : सुनीता विलियम्स की धरती पर हुई वापसी, रक्षा मंत्री ने दे बधाई

Lucknow Desk : अब हर जगह बस एक ही नाम छाया हुआ है। सुनीता विलियम्स.....पुरे सोशल मीडिया पर सुनीता विलियम्स की रील्स, वीडियो ट्रेंड कर रहे है। बता दे की अंतरिक्ष स्पेस स्टेशन में नौ महीने बिताने के बाद फाइनली सुनीता विलियम्स की धरती पर सही सलामत वापसी हो गई है. सुनीता की वापसी पर गुजरात के Mehsana जिले में जश्न का माहौल है। Mehsana के झूलासन गांव में ही सुनीता के पिता दीपक पांड्या का जन्म हुआ था। वो फिर यहां से साल 1957 में अमेरिका चले गए थे. इस लिहाज से यह झूलासन सुनीता का पैतृक गांव है ।

 बता दे की उनकी वापसी स्पेसएक्स के ड्रैगन अंतरिक्ष यान के जरिए हुई। इस अंतरिक्ष यान के जरिए 17 घंटे की यात्रा करने के बाद अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर पृथ्वी पर लौटे। ड्रैगन अंतरिक्ष यान के कैप्सूल ने भारतीय समयानुसार 19 मार्च की सुबह 3.27 बजे फ्लोरिडा के तट के पास समुद्र में splashdown किया। इसके बाद अंतरिक्ष यान में सवार सभी यात्रियों के सेहत की जांच के लिए आगे की प्रक्रिया शुरू हुई। नासा ने अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी का सीधा प्रसारण किया है और इसके बारे में अपडेट भी प्रदान कर रहा है। ये दोनों अंतरिक्ष यात्री जून 2024 से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर थे। दोनों एक सप्ताह के लिए ही गए थे लेकिन अंतरिक्ष यान से हीलियम के रिसाव और वेग में कमी के कारण अंतरिक्ष स्टेशन पर नौ महीनों तक रुकना पड़ा था। सुनीता विलियम्स को ला रहा अंतरिक्ष यान तड़के ही अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से undock हो गया था।

वही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इसरो ने एक पोस्ट किया। इसमें उन्होंने सुनीता विलियम्स का स्वागत किया। उन्होंने कहा, "वेलकम बैक, सुनीता विलियम्स! आपका ISS पर एक विस्तारित मिशन के बाद सुरक्षित लौटना एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। NASA, SpaceX और USA की अंतरिक्ष अन्वेषण के प्रति प्रतिबद्धता का प्रमाण! आपका लचीलापन और समर्पण दुनिया भर के अंतरिक्ष उत्साही लोगों को प्रेरित करता रहता है। सचिव, DoS और अध्यक्ष, ISRO के रूप में, मैं अपने सहयोगियों की ओर से आपको हार्दिक बधाई देता हूं और आपके एक महान दिन की कामना करता हूं।"

इसरो ने आगे कहा कि भारत के माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में भारत एक विकसित देश बनने की दिशा में काम कर रहा है। इसलिए हम अंतरिक्ष अन्वेषण में सुनीता विलियम्स की विशेषज्ञता का उपयोग करना चाहते हैं।इसरो का मानना है कि सुनीता विलियम्स का अनुभव भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम को आगे बढ़ाने में मददगार होगा। इससे भारत को अंतरिक्ष के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छूने में मदद मिलेगी। भारत सरकार अंतरिक्ष अनुसंधान को बहुत महत्व दे रही है। इसरो के इस पोस्ट से पता चलता है कि भारत और अमेरिका के बीच अंतरिक्ष के क्षेत्र में सहयोग बढ़ रहा है। यह सहयोग दोनों देशों के लिए फायदेमंद होगा। सुनीता विलियम्स की वापसी एक महत्वपूर्ण घटना है। यह अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में एक नया अध्याय खोलेगी।

वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ कई नेताओं ने दी बधाई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी X पर एक सोशल मीडिया पोस्ट में यह बात कही। उन्होंने कहा, "NASA के क्रू 9 की पृथ्वी पर सुरक्षित वापसी से बहुत खुशी हुई! भारत की बेटी सुनीता विलियम्स और अन्य अंतरिक्ष यात्रियों वाले इस क्रू ने अंतरिक्ष में मानव सहनशक्ति और दृढ़ता का इतिहास फिर से लिख दिया है। राजनाथ सिंह ने सुनीता विलियम्स और क्रू 9 के अन्य सदस्यों की सुरक्षित वापसी पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने इस मिशन को अंतरिक्ष में मानव सहनशक्ति और दृढ़ता की एक नई मिसाल बताया।
 


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