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SDM Jyoti Maurya Case: आलोक मौर्य ने वापस ली अपनी शिकायत , जानें क्या हुआ अब.....
Lucknow Desk : पीसीएस ज्योति मौर्या और अलोक मौर्या का किस्सा हर किसी को याद है। वहीं उत्तर प्रदेश की पीसीएस अफसर ज्योति मौर्य और उनके पति आलोक मौर्य विवाद से जुड़ी बड़ी ख़बर सामने आई है। पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य के खिलाफ की गई भ्रष्टाचार की शिकायत को उनके पति आलोक मौर्य ने वापस ले लिया है। सोमवार को कमिश्नर और जांच अधिकारी को पत्र देकर उन्होंने अपनी शिकायत वापस लेने का प्रार्थना पत्र दिया है।
आपको बता दे की आलोक मौर्य ने कहा है कि सोच समझकर शिकायत वापस ले रहा हूं। सूत्रों के मुताबिक यूपी के कुछ ब्यूरोक्रेट्स ने पति-पत्नी के बीच समझौता कराया है। पति आलोक मौर्य की ओर से शिकायत वापस लिए जाने के बाद अब एसडीएम ज्योति मौर्य भी पुलिस में की गई शिकायत वापस ले सकती हैं। आलोक मौर्य के शिकायत वापस लेने के बाद जांंच कमेटी अपनी रिपोर्ट कमिश्नर प्रयागराज को भेजेगी।
बताते चले की प्रतापगढ़ में सफाई कर्मी के पद पर तैनात आलोक मौर्य ने अपनी एसडीएम पत्नी ज्योति मौर्य के खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे। उसने उस कथित डायरी के पन्नों के फोटोग्राफ भी शिकायत के समर्थन में पेश किया था जिसमें लाखों रुपये के लेनदेन का लेखाजोखा था। जांच अधिकारी ने सोमवार को आरोप के संबंध में साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए बुलाया था।
इसी के साथ ज्योति मौर्य ने धूमनगंज थाने में दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया है। आलोक मौर्य ने पद के दुरुपयोग और भ्रष्टाचार की शिकायत में 32 पन्ने की एक डायरी सौंपी थी। डायरी में लाखों के लेन-देन का ब्यौरा दर्ज है. शासन के निर्देश पर मंडलायुक्त प्रयागराज विजय विश्वास पंत ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की थी. प्रयागराज मंडल के एडिशनल कमिश्नर प्रशासन अमृतलाल बिंद को जांच कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया था। प्रयागराज के एडीएम प्रशासन हर्ष देव पांडेय और एडिशनल सिटी मजिस्ट्रेट जसप्रीत कौर इस कमेटी की सदस्य थीं।