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Mayawati : बसपा सुप्रीमो मायावती ने अकेले चुनाव लड़ने का लिया फ़ैसला , विपक्षी गठबंधन इंडिया से बनाई दूरी

Lucknow Desk : राजनीति में किसी ना किसी बात को लेकर गरमा - गर्मी रहती है। एक मामला खत्म नहीं हो पता वहीं दूसरा उत्पन्न हो जाता है। बता दें कि बसपा लोकसभा चुनाव 2024 अकेले दम पर लड़ेगी। बसपा सुप्रीमो मायावती इसका ऐलान कर विपक्षी गठबंधनों को बड़ा झटका दिया है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने एलान किया है कि बीएसपी लोकसभा चुनाव और इसके पहले तीन राज्यों राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में अकेले चुनाव लड़ेगी। हालांकि, हरियाणा और पंजाब में क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन कर चुनावी मैदान में उतरेगी। इसके साथ मायावती ने बीजेपी और कांग्रेस पर सत्ता के लिए गठबंधन करने का आरोप लगाया है। मायावती ने भाजपा और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। मायावती ने कहा कि कांग्रेस और एनडीए जातिवाद वादियों के साथ गठबंधन करेंगे। इनकी नीयत ठीक नहीं है। 

मीडिया से बात करते हुए कहा 
आपको बता दे कि मायावती ने बुधवार को मीडिया को संबोधित किया और कहा कि विपक्षी दल सत्ता पाने के लिए गठबंधन कर रहे हैं। कांग्रेस पर हमलावर होते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने जैसी जातिवादी और पुंजीवादी ताकतों के साथ गठबंधन कर रही है। लोकसभा चुनाव अब बेहद नज़दीक हैं। विपक्षी पार्टियों के गठबंधन की बैठकों का दौर चल रहा है। एनडीए अपनी पूर्ण बहुमत की सरकार बनने की दलीलें दे रहा है और विपक्ष गठबंधन सत्ताधारी को मात देने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। इसमें बसपा भी पीछे नहीं है। सभी विपक्षी दलों की सोच एक जैसी है, यही कारण है कि बसपा ने इनसे दूरी बनाई है। बीएसपी लोकसभा चुनाव में अकेले चुनाव लड़ेगी। 

सत्ता से बाहर होने के बाद कांग्रेस को गरीब और दलितों की याद आती  : मायावती
उन्होंने कहा कि सत्ता से बाहर होने के बाद कांग्रेस को गरीब और दलितों की याद आती है। जब सत्ता में होते है तब ना कांग्रेस को याद आती और ना ही बीजेपी को कोई परवाह होती है। भारतीय जनता पार्टी ने वादा किया था कि 2014 में सभी के अकाउंट में 15 - 15 लाख रुपए डालेंगे क्या वो वादा पूरा हुआ है। केवल बातें बड़ी - बड़ी है। सरकार बनाने के बाद सब भूल जाते है। 

सोच गरीब और वंचितों के लिए एक जैसी रही : मायावती
इतना ही नहीं मायावती ने कहा कि दोनों की सोच गरीब और वंचितों के लिए एक जैसी रही है। जमीनी हकीकत में उन्होंने कभी कोई ठोस काम नहीं किया। बसपा अकेले ही दलित और वंचितों के लिए काम कर रही है। मायावती ने पार्टी कार्यकर्ताओं को अगाह करते हुए कहा कि विपक्षियों के हाथकंडे से सचेत रहें। मायावती ने बताया कि आगामी चुनाव में बसपा अपने सहयोगी गठबंधन को मजबूत करेगी। उन्होंने विपक्षी गठबंधन को एक मजबूर गठबंधन बताया है।


 


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