
Assembly Elections 2023 : अगले 10 दिन में 5 राज्यों में लगाई जा सकती है आचार संहिता, जानिए क्या है चुनाव आयोग की घोषणा
Lucknow Desk: मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम विधानसभा चुनाव की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। सियासी दलों ने पूरे दमखम के साथ अपने-अपने चुनावी अभियान को धार देने के साथ-साथ उम्मीदवारों की घोषणाएं भी शुरू कर दी हैं। जैसे-जैसे चुनावी सरगर्मी बढ़ती जा रही है, लोग आचार संहिता और चुनाव की घोषणा को लेकर कयास लगाने लगे हैं। ऐसे में पिछले चार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान देखें तो साफ जाहिर होता है कि अक्टूबर के दूसरे सप्ताह तक पांचों राज्यों के चुनावों की घोषणा हो सकती है।
बता दे कि चुनाव आयोग की टीम शुक्रवार को राजस्थान के तीन दिवसीय दौरे पर जा रही है। इसके बाद अगले सप्ताह चुनाव आयोग 3 अक्टूबर को तेलंगाना का तीन दिवसीय दौरा करेगा। वहीं, चुनाव आयोग की टीम 24 अगस्त को छत्तीसगढ़, 29 अगस्त को मिजोरम, 4 सितंबर को मध्य प्रदेश का दौरा करके चुनावी की तैयारियों को लेकर अंतिम रूप दे चुकी है। राजस्थान और तेलंगाना के दौरे के बाद किसी भी दिन चुनाव आयोग चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है।
दरअसल, पिछले चार चुनाव के तारीखों की घोषणा के ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हैं तो साफ जाहिर होता है कि 4 अक्टूबर से 14 अक्टूबर के बीच निर्वाचन आयोग ऐलान करता रहा है। 2018 में राजस्थान, मध्य प्रदेश, तेलंगाना सहित पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव का ऐलान 6 अक्टूबर को हुआ था। इसी तरह से 2013 में 4 अक्टूबर को चुनाव आयोग ने राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और मिजोरम विधानसभा चुनाव की घोषणा की थी, जबकि तेलंगाना का चुनाव 2014 के लोकसभा चुनाव के साथ हुआ था। साल 2008 में राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और मिजोरम विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान 14 अक्टूबर को चुनाव आयोग ने किया था। उससे पहले साल 2003 में इन्हीं चारों राज्यों के विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा निर्वाचन आयोग ने 12 अक्टूबर 2003 को की थी।
ऐसे में पिछले चुनावी ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए माना जा रहा है कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में किसी भी दिन हो सकता है। राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ सहित पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव को अगले साल होने वाले 2024 के लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है। छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है तो मध्य प्रदेश में बीजेपी काबिज है। तेलंगाना में बीआरएस और मिजोरम में एमएनएफ जैसी क्षेत्रीय पार्टी की सरकार है। इस तरह से कांग्रेस की कोशिश पांच राज्यों मे से कम से कम तीन राज्यों का चुनाव जीतने की है। बीजेपी भी इसी कवायद में है ताकि 2024 के लिए मनोवैज्ञानिक बढ़त हासिल कर सके।