
Chandrayaan-3: शिव शक्ति प्वॉइंट को लेकर राजनीति शुरु, जानें क्या है Congress और BJP की जुबानी जंग?
नई दिल्ली: चंद्रयान -3 की सॉफ्ट लैंडिंग को लेकर पूरा देश जश्न मना रहा है। वहीं दूसरी तरफ चंद्रयान को लेकर राजनीति शुरु हो गई है। बता दे कि कांग्रेस और बीजेपी में लैंडिंग प्वॉइंट के नाम को लेकर जुबानी जंग छिड़ गई है।
पीएम मोदी आज शनिवार (26 अगस्त) को चंद्रयान 3 के टच डाउन प्वॉइंट का नाम शिव शक्ति प्वॉइंट रखा है। इसको लेकर कांग्रेस ने तंज कसना शुरु कर दिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने इस नामकरण को हास्यास्पद बताया है। तो वहीं बीजेपी ने पलटवार किया है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा है 'तो फिर ‘जवाहर प्वॉइंट’ के बारे में आपका क्या कहना है?'
चंद्रयान-3 को लेकर शुरु हुआ वाद-विवाद
2024 लोकसभा चुनाव को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष दल INDIA में वार पलटवार जारी है। इसी क्रम में चंद्रयान को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने शनिवार (26 अगस्त) को कहा कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चंद्रमा की सतह का नाम रखने कोई अधिकार नहीं है। इससे सारी दुनिया हंसेगी। पीएम मोदी को चांद के एक बिंदु का नाम रखने का अधिकार किसने दिया है? चंद्रमा पर सुरक्षित लैडिंग हुई, अच्छी बात है।”
आगे उन्होंने कहा कि सॉफ्ट लैंडिंग हुई है। हमें इस पर कोई संदेह नहीं और यह हमारे लिए गर्व की बात है, लेकिन हम चंद्रमा या उस स्थान के मालिक नहीं हैं।
बीजेपी ने किया पलटवार
वहीं राशिद अल्वी पर बीजेपी ने पलटवार करते हुए ‘जवाहर प्वॉइंट’ के बाबत पूछ लिया। यहां बताते चले कि ‘जवाहर प्वॉइंट’ वह स्थान है जहां चंद्रयान-1, यानी पहला चंद्रमा मिशन 2008 में लैंड होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। कांग्रेसी नेता राशिद अल्वी से एक सवाल किया कि चंद्रयान-3 के टच डाउन प्वॉइंट का नाम नरेंद्र मोदी और अटल बिहारी के नाम पर तो नहीं रखा गया? इस पर उनका जवाब था कि आप जवाहरलाल नेहरू से किसी भी चीज का मुकाबला नहीं कर सकते।
ISRO आज जो कुछ भी है, जवाहरलाल नेहरू की वजह है। 1962 में विक्रम साराभाई और जवाहरलाल नेहरू ने इसरो की स्थापना की थी। इसलिए आप कह सकते हैं कि पंडित नेहरू ने ही इसे स्थापित किया था। इसलिए वह बात बिल्कुल अलग है। मोदी जी अब इसका राजनीतिकरण कर रहे हैं।
हिंदू विरोधी चरित्र दिखा रही है कांग्रेस- शहजाद पूनावाला
राशिद अल्वी के विवादित बयान पर बीजेपी ने तीखा जवाब दिया है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने पलटवार करते हुए कहा कि “कांग्रेस केवल अपने हिंदू विरोधी चरित्र का खुलासा कर रही है। यह वही पार्टी है जो भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाती है। राम मंदिर का विरोध करती है और हिंदुओं को गाली देती है। दोनों नाम ‘शिव शक्ति प्वॉइंट’ और ‘तिरंगा प्वॉइंट’ देश से जुड़े हुए हैं।''
उन्होंने कहा कि आखिर राशिद अल्वी को यह हास्यास्पद क्यों लगता है। इसके बाद इनके नेता खुद को जनेऊधारी कहते हैं। वे केवल गांधी परिवार और जवाहरलाल नेहरू की प्रशंसा करेंगे। पूनावाला ने यह भी उल्लेख किया कि विक्रम लैंडर का नाम विक्रम साराभाई के नाम पर रखा गया था। पूनावाला ने आगे तंज कहा कि “अगर यूपीए की सरकार होती तो तो चंद्रयान-2 और चंद्रयान-3 शायद ही भेजा गया होता। अगर भेजा गया होता तो टच प्वॉइंट के नाम ‘इंदिरा प्वॉइंट’ और ‘राजीव प्वॉइंट होते।”