Muzaffarnagar School Video

Muzaffarnagar School Video: महिला टिचर ने मुस्लिम छात्र को दूसरे छात्रों से लगवाए चांटे, असदुद्दीन ओवैसी ने योगी सरकार पर साधा निशाना

मुजफ्फरनगर: यूपी के मुजफ्फरनगर से हैरान करने वाला एक वीडियो सामने आया है। वीडियो में एक महिला टीचर मुस्लिम छात्र को दूसरे बच्चों से पिटवा रही है। महिला टीचर क्लस में एक-एक कर दूसरे बच्चे को बुला रही है और खड़े बच्चे के गाल पर चांटा मार रही हैं। क्लास में खड़ा बच्चा बहुत तेज रो रहा है फिर भी महिला टिचर का दिल नहीं पसीज रहा है। वीडियो में महिला टीचर के साथ एक पुरुष भी बैठा है। दोनों लोग आपस में बात कर रहे है। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

क्या है पूरा मामला

दरअसल, वीडियो मुजफ्फरनगर के मंसूरपुर थाना क्षेत्र खुब्बापुर गांव का है। यहां तृप्ता त्यागी नाम ही महिला टीचर स्कूल चलाती है। जो वीडियो सामने आया है उसमें नजर आ रहा है तृप्ता कुर्सी पर बैठी हुई है। उसके पास एक छात्र खड़ा हुआ है। पास ही जमीन पर दर्जनों छात्र-छात्राएं बैठे हुए हैं और पढ़ाई कर रहे हैं।

तृप्ता एक-एक कर जमीन पर बैठे छात्रों को बुलाती है और अपने पास खड़े छात्र के गाल पर उन लोगों से चांटा मारने को कहती है। दूसरे छात्र लाइन से आ रहे हैं और खड़े हुए लड़के के गाल पर जोरों से चांटा जड़ रहे हैं।

पुलिस कर रही है मामले की जांच

वीडियो वायरल होने के बाद मामला पुलिस तक पहुंचा। जिसके बाद सीओ डॉ. रवि शंकर का कहना है कि छात्र को स्कूल के अन्य छात्रों द्वारा पिटवाने का वीडियो सामने आया है। साथ ही महिला शिक्षक द्वारा धार्मिक टिप्पणी किए जाने का मामला सामने आया है। मामले की जांच की जा रही है। मंसूर थाना प्रभारी को जांच करने के आदेश जारी कर दिए गए है।

बुलडोजर और ठोक दो - असदुद्दीन ओवैसी

वहीं इस मामले को लेकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) नेता और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने प्रदेश की योगी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने सीएम योगी से सवाल किया कि बुलडोजर और 'ठोक दो' का क्या हुआ?

ओवैसी ने आगे लिखा, पिता ने अपने बच्चे को स्कूल से निकाल लिया है और लिखित में कहा है कि वह मामले को आगे नहीं बढ़ाना चाहता, क्योंकि वो जानता है कि उसे न्याय नहीं मिलेगा और बजाय इसके माहौल खराब हो सकता है। हैदराबाद सांसद ने पूछा, ये कौन लोग हैं जो एक पिता के अपने बच्चे के लिए न्याय मांगने पर माहौल खराब करेंगे? ये योगी आदित्यनाथ के शासन का अपमान है कि लोगों को उचित प्रक्रिया में कोई विश्वास नहीं है। इस बात की अधिक संभावना है कि शिक्षक को दंडित होने के बजाय कोई सरकारी पुरस्कार मिलेगा।


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