Chandrayaan-3

Chandrayaan-3 : कुछ यूँ सुनाई दे रही है आवाजें ,धरती पर किसने सुनी चाँद पर बैठे विक्रम की आवाज

Lucknow Desk : भारत ने बुधवार को नया इतिहास रच दिया। भारत के चंद्रयान-3 की चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग को दुनिया सलाम कर रही है। यूरोपियन स्‍पेस एजेंसी की तरफ से भी भारत को बधाई दी गई है। वहीं चंद्रमा पर कुछ आवाजें आ रहीं है। आपको बता दें कि ये आवाज़ भारत के चंद्रयान ने भेजा है। अपने भारत के चंद्रयान ने भेजा है की इस समय कौन - सी आवाजें सुनाई दे रही है। आपको बता दें कि एजेंसी के वैज्ञानिक ने बताया है कि चंद्रयान-3 का लैंडर विक्रम धरती पर उसके स्‍टेशन के साथ कम्‍युनिकेट कर रहा है। चंद्रयान-3 के मिशन में ईएसए भी शामिल थी। उसकी तरफ से मिशन के लिए अंतरिक्ष में जरूरी संचार के लिए मदद दी जा रही है। चंद्रयान-3 की लैंडिंग के बाद एजेंसी ने भी भारत को इस सफलता के लिए बधाई दी थी। हमने आपने पुरे दुनिया ने चंद्रयान-3 की लेंडिंग का पूरा वीडियो देखा। लेकिन आज हम आपको कुछ अलग दिखाएंगे। आज हम आपको चंद्रमा की आवाज सुनवाने वाले है। रेडियो एस्‍ट्रोनॉमर स्‍कॉट टिली ने एक ऑडियो अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्‍ट किया है। इस ऑडियो के साथ ही उन्‍होंने बताया है कि विक्रम लैंडर किस तरह से कम्‍युनिकेट कर रहा है। उन्‍होंने लिखा, ' ईएसए का कौरौ ग्राउंड स्टेशन इस समय विक्रम लैंडर के साथ कम्‍युनिकेट कर रहा है। मैं अपने पेड़ों के जरिए से लूनर सिग्‍नल पेश कर रहा हूं। विक्रम का सिग्‍नल मेरे पेड़ों की वजह से काफी कमजोर भी हो गया है। लेकिन फिर भी यह काफी दूर से आ रहा है। कौरो जो फ्रेंच गुयाना में है, ईएसए का एक अहम स्‍टेशन है।

इस ऐतिहासिक लैंडिंग के लिए इसरो को बधाई : ईएसए
चंद्रयान-3 मिशन के लिए, ईएसए फ्रेंच गुयाना में अपने कौरौ स्टेशन और यूके में गोनहिली अर्थ स्टेशन लिमिटेड से लगातार को-ऑर्डिनेट कर रहा है। ये स्टेशन नासा के डीप स्पेस नेटवर्क और इसरो के स्टेशनों के लिए सपोर्ट मुहैया कराते हैं। ऑस्ट्रेलिया के न्यू नॉर्सिया में ईएसए के 35-मीटर एंटीना ने लैंडिंग के दौरान एडीशनल ट्रैकिंग सपोर्ट दिया। यह इसरो के अपने ग्राउंड स्टेशन के लिए बैकअप के रूप में काम करता है। न्यू नोर्सिया को इसरो स्टेशन की ही तरह चंद्रयान-3 लैंडर से अहम सिग्‍नल मिले थे। इन सिग्‍नल की मदद से इसके स्वास्थ्य, जगह और इसकी ट्रेजेक्‍ट्री के बारे में जानकारी मिली।


जैसे ही विक्रम लैंडर ने चांद के साउथ पोल पर टचडाउन किया, ईएसए की तरफ से भारत और इसरो के लिए मैसेज आया। ईएसए ने कहा, 'इस ऐतिहासिक लैंडिंग के लिए इसरो को बधाई। ईएसए को चंद्रयान-3 मिशन का समर्थन करने पर गर्व है। हमारे ग्राउंड स्टेशन ईएसए के अपने अंतरराष्‍ट्रीय साझेदारों के समर्थन का एक मुख्य तत्व हैं और हमें खुशी है कि इस गतिविधि के साथ, हम इसरो और भारत के साथ ईएसए के संबंधों को और मजबूत कर रहे हैं।' यह बधाई संदेश जर्मनी के डार्मस्टेड में ईएसए के ईएसओसी मिशन ऑपरेशन सेंटर के डायरेक्‍टर रॉल्फ डेंसिंग की तरफ से भेजा गया था।


Comment As:

Comment (0)