
RG Kar Hospital Case : ट्रेनी डॉक्टर से दुष्कर्म और मर्डर मामले में आज सुनवाई, फांसी की सजा पर हो सकती है मांग
RG Kar Hospital Case : एक बार फिर कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज चर्चा में आया है। दरअसल, आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर से दुष्कर्म और मर्डर मामले में आज कोर्ट फैसला सुनाएगा। बता दें, इस घटना के बाद देश भर के डॉक्टरों और अन्य लोगों ने बड़ी संख्या में विरोध प्रदर्शन किया था। वहीं अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनिरबन दास द्वारा मुकदमा शुरू होने के 57 दिन बाद फिर एक बार फैसला सुनाया जाएगा। यह मामला बंद कमरे में सुनवाई 12 नवंबर को शुरू हुई थी। अब तक इस मामले में 50 लोगों को गवाह बनाकर पूछताछ की जा चुकी है।
मुख्य आरोपी संजय रॉय को बनाया गया
आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर से दुष्कर्म और मर्डर मामले में संजय रॉय मुख्य आरोपी है। वह एक सिविल वॉलंटियर था जो सिटी पुलिस के साथ मिलकर काम करता था। कोलकाता पुलिस ने संजय रॉय को डॉक्टर का शव मिलने के एक दिन बाद यानी 10 अगस्त को गिरफ्तार किया था। पीड़ित के शव के पास मिले ब्लूटूथ इयरफोन के आधार पर पुलिस ने संजय रॉय को गिरफ्तार किया था।
आरजी कर मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई
बता दें, यह मामला कोलकत्ता हाई कोर्ट ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दिया था। इसके बाद 16 अगस्त 2024 को पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी सड़क पर उतरी और कैंडल मार्च निकाला। इस दौरान बीजेपी समेत विपक्ष दलों पर राजनीति करने का आरोप लगाया। इसी बीच पुलिस और राज्य सरकार के रवैये पर कड़ी टिप्पणी कोर्ट ने की थी। केंद्रीय एजेंसी ने मुख्य आरोपी के लिए मौत की सजा की मांग की है। सीबीआई ने मामले में कार्रवाई की है। एजेंसी ने सबूत नष्ट करने के वाले आरजी कार के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और ताला पुलिस स्टेशन के अधिकारी अभिजीत मंडल को भी गिरफ्तार किया था। घोष और मंडल को जमानत पर रिहा कर दिया गया, क्योंकि एजेंसी 90 दिनों से पहले उनके खिलाफ आरोप पत्र दर्ज करने में विफल रही।
दुष्कर्म और हत्या के बाद देशभर में विरोध प्रदर्शन
ट्रेनी डॉक्टर से दुष्कर्म और मर्डर की घटना के बाद देश भर में विरोध प्रदर्शन हुआ था। इससे ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टरों की सुरक्षा पर सवाल उठे और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक राष्ट्रीय कानून की मांग की गई।