Manmohan Singh : प्रधानमंत्री मोदी के पक्ष में बोले मनमोहन सिंह , कहा- केंद्र ने सही काम किया
Lucknow Desk : पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता मनमोहन सिंह ने रूस-यूक्रेन संघर्ष पर कठिन राजनयिक स्थिति को संभालते हुए भारत के संप्रभु और आर्थिक हित को पहले रखने के मोदी सरकार के कदम की सराहना की है। उन्होंने कहा कि भारत ने शांति की अपील करते हुए अपने संप्रभु और आर्थिक हितों को पहले स्थान पर रखकर सही काम किया है। मनमोहन सिंह ने जी-20 बैठक से पहले एक इंटरव्यू के दौरान यह बात कही। साथ ही उन्होंने घरेलू राजनीति के लिए विदेश नीति का उपयोग करने पर भी चेतावनी दी है।
आपको बताते चले कि भारत इस साल जी-20 देशों की अध्यक्षता कर रहा है। ऐसे में नौ और 10 सितंबर को होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन सहित कई देशों के नेताओं का दिल्ली में जमावड़ा होगा। हालांकि, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं हो रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, साल 2004 और 2014 के बीच कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए के दो कार्यकालों के दौरान प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह को शनिवार को जी-20 के नेताओं के लिए आयोजित रात्रिभोज में आमंत्रित किया गया है।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होने का फैसला किया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री भारत की क्षेत्रीय और संप्रभु अखंडता की रक्षा करने और द्विपक्षीय तनाव को कम करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे। 90 वर्षीय पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि वह भारत के भविष्य की चुनौतियों के बारे में चिंतित होने की तुलना में अधिक ‘आशावादी’ हैं, क्योंकि देश आजादी के 75 साल पूरे होने का जश्न मना रहा है।
आगे उन्होंने कहा कि सुरक्षा संबंधी विवादों को निपटाने के मंच के रूप में जी-20 की कभी कल्पना नहीं की गई थी। जी-20 के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वह सुरक्षा मतभेदों को दूर रखे और जलवायु, असमानता और वैश्विक व्यापार में विश्वास की चुनौतियों से निपटने के लिए नीति समन्वय पर अपना ध्यान केंद्रित करे।
उन्होंने कहा की कुल मिलाकर, मैं भारत के भविष्य को लेकर चिंतित होने के बजाय अधिक आशावादी हूं। हालांकि, मेरी आशावादिता इस बात पर निर्भर है कि भारत एक सामंजस्यपूर्ण समाज है। सामाजिक सौहार्द ही सभी तरह की प्रगति और विकास का आधार है। भारत की सहज प्रवृत्ति विविधता का स्वागत करना और उसका जश्न मनाना है। प्रधानमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के पहले चंद्रमा मिशन को याद करते हुए, मनमोहन सिंह ने भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी के तीसरे मिशन में चंद्रमा पर सफल लैंडिंग की सराहना की।