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कथावाचक के साथ अभद्रता

Etawah में यादव कथावाचक से बदसलूकी, भड़के सपा अध्यक्ष Akhilesh Yadav

Lucknow Desk: उत्तर प्रदेश के Etawah से एक अमानवीय कृत्य सामने आया है। यहां बकेवर इलाके के दान्दरपुर गांव में भागवत कथा करने आए कथा वाचक मुकुट मणि यादव और उनके सहयोगी संत कुमार यादव को पीटा गया। इसके साथ ही जबरन बाल-चोटी काटने और नाक रगड़वाने का आरोप ब्राह्मण समाज के लोगों पर लगा है। बता दें, मारपीट और जबरन चोटी काटने की वीडियो सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रही है। इस वीडियो के सामने आने के बाद हड़कंप मचा है।

वहीं पीड़ितों का आरोप है कि वह गांव में भागवत कथा करने आए थे। तभी यहां के ब्राह्मण समुदाय के लोगों ने उनसे उनकी जाति पूछी। इस दौरान उन्होंने खुद को यादव बताया। फिर लोगों ने उन्हें बंधक बना लिया और उनकी पिटाई कर दी।

ब्राह्मणों के गांव में यादव कथा करने क्यों आया?

आगे पीड़ितों ने बताया कि गांव के ब्राह्मणों ने उनसे कहा कि वह लोग ब्राह्मणों के गांव में कथा करने कैसे आ गए। पीड़ितों का साफ कहना है कि यादव होने की वजह से उनके साथ ये सब किया गया। यहां तक की भागवत कथा के दौरान जो महिला परीक्षित थी, उसके पैरों पर जबरन नाक रगड़वाई गई और महिला के मूत्र से हम पर छिड़काव भी किया गया।

सपा नेताओं ने की कार्रवाई की मांग

इस पूरे मामले का वीडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तब से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। दरअसल, यह मामला यादव जाति और अनुसूचित जाति के होने की वजह से सपाइयों ने भी नाराजगी जाहिर की। वहीं सपा के सांसद जितेंद दोहरे, भरथना विधायक राघवेंद्र गौतम, जिलाध्यक्ष प्रदीप शाक्य समेत काफी संख्या में कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचे। सपा नेताओं ने इस पूरे मामले में एसएसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव से मिलकर आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है।

इस मामले पर भड़के Akhilesh Yadav

इस मामले पर सपा अध्यक्ष Akhilesh Yadav ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किए और लिखे- इटावा के बकेवर इलाके के दान्दरपुर गांव में भागवत कथा के दौरान कथावाचक और उनके सहायकों की जाति पूछने पर पीडीए की एक जाति बताने पर, कुछ वर्चस्ववादी और प्रभुत्ववादी लोगों ने साथ अभद्र व्यवहार करते हुए उनके बाल कटवाए, नाक रगड़वाई और इलाके की शुद्धि कराई। हमारा संविधान जातिगत भेदभाव की अनुमति नहीं देता है, ये व्यक्ति की गरिमा और प्रतिष्ठा से जीवन जीने के मौलिक अधिकार के विरुध्द किया गया अपराध है। सभी आरोपियों की तत्काल गिरफ़्तारी हो और यथोचित धाराओं में मुक़दमा दर्ज़ किया जाए। अगर आगामी 3 दिनों में कड़ी कार्रवाई नही हुई तो हम पीडीए के मान-सम्मान की रक्षाके एक बड़े आंदोलन का आह्वान कर देंगे।पीडीए के मान से बढ़कर कुछ नहीं!


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